धारूहेड़ा: सुनील चौहान। नगर पालिका के चेयरमैन पद के उपचुनाव पर रोक लगने व अदालत की ओर से कवर सिंह की मार्कशीट को वैध करार करते ही कवंर सिंह के समर्थक जगह जगह सम्मान समारोह करने लगे हुए है। लेकिन अदालत का अंमिण निर्णय व नए आदेश को लेकर धारूहेडावासियो की निगाहे 13 सितंबर को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की कार्यवाही टीकी हुई है। इसके बाद ही असल स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इधर कंवर के विरोधी व उपचुनाव के प्रत्यासियो ने शपथ रूकवान के लिए हाईकोर्ट का दरबाजा खटखटा दिया है। अब देखना यह है कि किसकी किस्मत क्या रंग लाती है।
क्यों खास है 13 सितंबर: अदालत की ओर से कंवर के पक्ष मे जबाव तो दे दिया है। लेकिन कई अन्य आदेश है जो कि अदालत की ओर सुरक्षित रखे हुए है। उस आदशों यानि की अदालत का अंतिम निर्णय 13 सिंतबर को ही आएगा। वही दूसरी ओर 13 सितंबर को सात चेयरमैन उममीदार हाईकोर्ट में अपील करने के लिए जुटे हुए है।
गौरतलब है कि कि नगर पालिका धारूहेड़ा के प्रधान पद के मुख्य चुनाव 27 दिसंबर 2020 में हुए थे। 30 दिसंबर को नतीजे घोषित हुए, जिसमें कंवर सिंह जीते थे। संदीप बोहरा के साथ छह अन्य चेयरमैन प्रत्याशियों ने अफिडेविट देकर इसकी सर्टीफिकेट को फर्जी होना बताया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर 15 मार्च को राज्य निर्वाचन आयोग ने सर्टिफिकेट को अवैध मानते हुए कंवर सिंह को पद से हटा दिया था। कंवर सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। शुक्रवार हाईकोर्ट ने आयोग के 15 मार्च के फैसले पर रोक लगा दी। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा भी 12 सितंबर को होने जा रहे उपचुनाव की अधिसूचना रद्द कर दी गई। इससे ये लगभग तय हो गया है कि कंवर सिंह को ही चेयरमैन पद की शपथ दिलाई जाएगी।
एक आदेश पर सारा खेल खत्म: कंवर सिंह ने अपने बेटे जितेंद्र यादव से उपतहसील की नौकरी से त्यागपत्र दिलाकर चुनाव लडाए जा रहा था। हालाकि चुनाव 12 सितंबर को होना था। चुनाव से दो दिन पहले ही 10 सितंबर को कंवर सिंह की मार्कशीट को वैध करार देते ही चुनाव का सारा खेल धरा रह गया।