– सरकार फसल अवशेष न जलाने वाले किसानों को दे रही एक हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि
रेवाड़ी: सुनील चौहान। डीसी यशेन्द्र सिंह ने किसानों का आह्वान किया कि फसल अवशेषों को खेतों में न जलाएं, फसल अवशेष जलाने से एक और जहां पर्यावरण प्रदूषित होता है वहीं भूमि की उपजाऊ शक्ति भी कमजोर होती है और इसका स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता।
डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी किसान फसल अवशेष न जला पाए, अधिक से अधिक किसानों को फसल अवशेषों में आग न लगाने के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने स्वयं भी किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे फसल अवशेषों को खेत में न जलाएं क्योंकि फसल अवशेष जलाने से भूमि की उपजाऊ शक्ति नष्ट होती है।
यशेन्द्र सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन हेतु मशीनों पर सब्सिडी देने के अलावा फसल अवशेष न जलाने वाले किसानों को एक हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है। इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
डीसी ने बताया कि सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, वही मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने एवं पर्यावरण को संतुलित करने के लिए हम किसान भाइयों को भी योगदान देने की जरूरत है। पृथ्वी जो हमें अन्न देती है तो उसको भी खुराक की जरूरत होती है और यह फसल अवशेष से ही प्राप्त हो सकती हैं। इसलिए प्रकृति को अपने लिए संतुलित रखने के साथ साथ कार्बनिक खादों के प्रयोग से बचने के लिए तथा अधिक उपज पाने के लिए फसल अवशेषों को हमें जलाना नहीं बल्कि उसको प्रयोग में लाने की जरूरत है।