ISKCON in Rewai: आध्यात्म की भावना जागृत के लिए रेवाड़ी में शुरू हुआ इस्कान का सेंटर, जानिए क्या है इस्कान

रेवाड़ी: सुनील चौहान। आध्यात्म की लौ जलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्था इस्कान (अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ) की ओर से रेवाड़ी में भी अपना सेंटर आरंभ कर दिया गया है। माडल टाउन स्थित श्री रामशरणम मार्ग पर सेंटर की शुरुआत की गई है, जिसका जिम्मा इस्कान के पंजाबी बाग सेंटर से आए रूप सनातन प्रभु व दारु कृष्ण प्रभु संभाल रहे हैं। सेंटर की शुरुआत करने के साथ ही अब शहर में भी इस्कान मंदिर बनने की संभावना प्रबल हुई है।
श्रद्धालुओं के आग्रह पर आया सेंटर: रेवाड़ी निवासी हरीश मलिक पिछले पंद्रह वर्षों से इस्कान के पंजाबी बाग स्थित मंदिर में सेवा कार्य कर रहे हैं। शहर से बड़ी तादाद में श्रद्धालु इस पंथ से खुद को जोड़ चुके हैं। हरीश मलिक व अन्य श्रद्धालुओं के आग्रह पर ही रेवाड़ी में भी इस्कान का सेंटर शुरू कर दिया गया है। इस्कान केंद्र में हर रोज सुबह साढ़े चार बजे से सवा पांच बजे तक मंगल आरती का आयोजन किया जाता है। इसके अतिरिक्त रात आठ से नौ बजे तक भजन संध्या का आयोजन किया जाता है तथा भगवत गीता की कक्षाएं अलग से लगाई जाती हैं। रविवार को शाम चार से छह बजे तक सत्संग व प्रसाद का कार्यक्रम होता है। रूप सनातन प्रभु बताते हैं कि देशभर में इस्कान के डेढ़ हजार के लगभग सेंटर व 700 के लगभग मंदिर है। दिल्ली एनसीआर में संस्था के चौदह मंदिर हैं। उन्होंने बताया कि संस्था से जुड़े संत सार्वजनिक स्थानों पर भी कृष्ण भक्ति व धर्म का प्रचार कर रहे हैं।

इंजीनियर हैं रूप सनातन, दस सालों से कर रहे आध्यात्म का प्रचार: रूप सनातन प्रभु मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं तथा इलेक्ट्रोनिक एवं कम्युनिकेशन में बीटेक हैं। इंजीनियरिग करने के पश्चात उन्होंने तीन वर्ष तक देश की प्रतिष्ठित टीसीआइ कंपनी में नौकरी भी की लेकिन मन में आध्यात्म की लौ जल चुकी थी। वर्ष 2012 से वह पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए संस्था के साथ जुड़े हुए हैं। रूप सनातन प्रभु का कहना है कि आध्यात्म से जोड़कर अभी तक दो हजार से अधिक युवाओं का नशा छुड़ाया जा चुका है। बच्चों एवं युवाओं को आध्यात्म के साथ संस्कार देना ही संस्था का परम ध्येय है।