अदालत की फटकार: सात साल ​बाद मिला फार्मासिस्ट को न्याय, जानिए कैसे मिला न्याय

धारूहेडा: सुनील चौहान। आकेडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत मनपाल पिछले पिछले पांच साल से लाभांश के लिए भटक रहे थे। अदालत में केस दायर करते ही मनपाल के खाते में स्वास्थ्य विभाग ने लांभाश जमा करवा दिया गया है।
खोरी निवासी मनपाल ने बताया कि वह आकेडा स्थित प्राथमिक स्वास्य केंद्र में कार्यरत फार्मास्स्टि मनपाल पिछले लगभग सात वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे थे। सरकार के नियमानुसार सेवाएं देने के 5 वर्ष पूरे होने के उपरांत कर्मचारी को एनएचम सर्विर्स का लाभांश देना अनिवार्य होता है। इस लांभाश के लिए पीड़ित ने तीन साल से बार बार सरकार को पत्राचार भी किया परन्तु सरकार के कान ओर आंखे बंद होने के कारण पीड़ित लाभांश से वंचित रहा। जिसके उपरांत पीड़ित मनपाल ने कैलाश चंद अधिवक्ता के माध्यम से अपना केस जिला रेवाड़ी की अदालत में दायर किया। केस दायर होने के बाद जैसे ही सरकार को कोर्ट रेवाड़ी के सम्म्मन प्राप्त हुए तो सरकार हरकत में आई ओर कोर्ट के डर से आनन फानन में पीड़ित का लाभांश की राशि पीड़ित के खाते में जमा कर दी। अपना लाभांश प्राप्त करके पीड़ित ने न्यायालय ओर अपने अधिवक्ता कैलाश चंद अधिवक्ता का आभार प्रकट किया।

कहीं बार किया पत्राचार नहीं हुई सुनवाई

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फार्मासिस्ट मनपाल ने बताया कि लाभांश के लिए कई बार विभाग के पास पत्राकार किया लेकिन सुनवाई नहीं हुईं अखिरकार उसे केस दायर करना पडा। अधिवक्ता कैलाश चंद की ओर से केस दायार करते ही विभाग के पास सम्मन जाते ही लांभाश विभाग की ओर से खाते में जमा करवा दिया गया है।