Dharuhera: कागजों में चल रहे रैन हार्वेस्टिंग सिस्टम
Dharuhera: सरकारी कार्यालय में बनाए गए रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिर्फ कागजों में चल रहे है। अधिकांश तो ऐसी जगह बनाए गए हैं, जहां पानी जमा नहीं होता है। इतना ही नहीं जहां बनाए गए है वहां जिम्मेदारों ने उनका बंद, चालू रहने का सर्वे भी नहीं किया हैं।
नियमानुसार बारिश के पानी को सहेजने के लिए लंबा चौड़ा गड्ढा ( पिट) बनाए जाने चाहिए। लेकिन प्रशासन रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए जाने को लेकर सख्त नहीं है। केवल खानापूर्ति ही कर रहा है।
नियमों के पालना नहीं, सख्ती का अभाव: रैन हार्वेस्टिंग ठप होने के चलते 90 प्रतिशत बारिश का पानी नालियों के बह जाता है। हर साल जब बारिश होती है तो प्रशासन की नीदं टूटती है। मानसून आने वाली है लेकिन सफाई नहीं हुई।
ठप पडे है रेन हार्वेस्टिंग: बस स्टैंड व सेक्टर छह के सामुदायिक केंद्र में नपा की ओर से जलभराव को लेकर रैन हार्वेस्टिंग बनाए गए है। लेकिन सफाई के अभाव में यह ये दोनो ही ढप पडे हुए है। ऐसे में जल सरंक्षण के दावे फेल हो रहे है। जब जागरण टीम ने पडताल किया तो धारूहेड़ा बस स्टैंड व सेक्टर छह सामूदायिक केंद्र में बने रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम बदहाल मिला
प्रशासन जल सरंक्षण को लेकर गंभीर नहीं है। केवल कागजों में जल संरक्ष्ण हो रहा है। मानसून से पहले इनकी सफाई करवाई जानी चाहिए।
सुरेश नूनिया, पूर्व प्रधान आरडब्लएू सेक्टर छह
रेन हार्वेस्टिंग की सफाई का लेकर हाउस मिटिंग में मुद्दा उठाया था, लेकिन आचार संहिता के चलते टेंडर नहीं हो सकें। अब इनकी सफाई करवाई जाएगी।
अजय जांगडा, उपचेयरमैन नपा धारूहेड़ा