Dharuhera: कस्बे के गांव गढी अलावलपुर में आबादी के बीच लगी बिजली की तारें जर्जर हो चुकी है। उसे करीब ढाई दशकों से बदला नहीं गया है। तारों के टूटते रहने से उपभोक्ताओं की सप्लाई प्रभावित होती है। सड़कों और गलियों से गुजर रही तारें हादसों को दावत दे रही है। शनिवार को एक बार फिर तार टूट कर गिर, गनीमत यहीं रही कोई हादसा नहीं हुआ। जबकि इससे 20 दिन पहले भी गांव में तार टूटा था।
उल्लेखनीय है कि गढी अलावलपुर की आबादी करीब 2 हजार के करीब है। गांव में करीब ढाई दशक पहले गांव में बिजली के तार बिछाई गई थी। लंबे समय बिजली के तारो को नहीं बदला गया है। जर्जर बिजली तारों की समस्या आजकल गंभीर बनी हुई है। अभी हाल में एक माह मे दों बार तार टूट चुका है। ग्रामीणों ने निगम से इन तारों को बदलने की मांग की है।
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आबादी बढने के साथ घरों के कनेक्शन बढते ही जा रहे है। बढते कनेक्शन के चलते तारों की लाईफ कम हो चुकी है। बार बार तार टूट रहे है।
सम्राट सिंह , गढी अलावलपुर
तारों को बदलने के लिए पंचायत की ओर से भी विद्वुत निगम को दो बार पत्र भेजा चुका हैं। हर साल गर्मीयों मेंं यहीं समस्या रहती है। तार नए नहीं लगाए जा रहे है।
रमेश कुमार, गढी अलावलपुर
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सुरक्षा की लिहाज से तारों को 15 साल में बदल देना चाहिए। लेकिन गांव में तो तार इससे भी पुराने है। जो बार बार टूट रहे है।
रणधीर सिंह, गढी अलावलपुर
जिन जिन गांवों में जर्जर तार है उसकी सूची बनाकर भेजी हुई है। जल्द ही जर्जर तारों को बदलवा दिया जाएगा।
रविंद्र कुमार, एसडीओ, विद्ययुत निगम धारूहेड़ा