Dharuhera: बेसहारा पशुओ से मिलेगी राहत, 16 माह बाद दिया पशु पकडने का टैंडर
धारूहेडा: औद्योगिक कस्बे मे गोशाला होने के बावजूद लोग बेसहारा पशुओ के आंतक से परेशान है। आये दिन बेसहारा पशु किसी न किसी को चोटिल कर ही दे देते है। सबसे अहम बात यह है कि नपा की ओर बार बार पशु पकडवाने की मांग के बावजूद 16 माह एजेस को टैडर दिया गया हैंVisa News: मकान व जमीन बेच लिया था बीजा, विदेश में रोजी के पडे रोटी के लाले
बता दे कि औद्योगिक कस्बे में करीब सात एकड मे गौशाला बनाई हुई है। गौशाला मे रेवाडी व धारूहेडा के बेसहारा पशुओ का रखा जाता है। धारूहेडा मे 10 नवंबर 2021 से पशु पकडने का टेंडर खत्म हो गया था। ऐसे में करीब 16 माह से पशुओ को नही पकडा जा रहा है। बेसहारा पशुओ की संख्या आये दिन बढती ही जा रही है।
कई बार स्थानीय लोगो ने इस बाबत मांग उठाई, लेकिन कोई सुनवाई नही की गई। आखिकार अब अप्रैल माह मे एजेंसी का बेसहारा पशु पकडने का टेंडर दिया गया है।Rewari: फिर लगाई कूडे में आग, 20 दिन में पांचवी बार लगी आग
तीन केटेगिरी में होगा चार्ज: नपा की ओर दिए टैंडर मे बेसहारा पशुओ को पकडने तथा गोशाला धारूहेडा तक पहुंचाना होगा। एजेसी को दिए टैंडर के चलते पशुओ को पकडने की तीन कैंटेगरी बनाइ गई है। छोटे पशु के लिए 1750 रूपए, मध्यम के लिए 1850 तथा बडे पशु के लिए 2000 रूप्ए प्रति पशु तय किया हुआ है। पिछले दो दिन मे टीम ने दस पशुओ को गोशाला मे पहुंचाया है।
नपा को दे सूचना: नपा की ओर से बेसहारा पशु पकडने का कार्य शुरू कर दिया गया है। अगर किसी को बेसहारा पशु धूमते हुए नजर आए तो नपा के सूचना दे सकते है।
विनय कुमार, सफाई निरीक्षक नपा धारूहेडा
नोट: अगर कहीं भी आपको धारूहेडा में बेसहारा पशु घूमते हुए मिले तो हमे आप 9416213668 सुनील चौहान पत्रकार, पर उस पशु की फोटो दे सकते है। फोटो के साथ स्थान व कोलोनी व अपना नाम भी लिखे तो आपके संपर्क किया जा सके