International Trade Fair: 43वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) इस बार 14 नवंबर से 27 नवंबर तक दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होगा। दोपहर गुरूवार को Union Commerce and Industry Minister Piyush Goyal मेले का शुभारंभ किया गया।
अजय चौधरी, विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) ने इसी मेले की तैयारियों व देखरेख को लेकर भारत मंडप में एक बैठक का आयोजन की गई। जिसमें यातायात व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक का मकसद मेले के दौरान यातायात की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना था ताकि लोग जाम में नही फंसे।
बता दे बैठक में ITPO (भारत व्यापार प्रदर्शनी संगठन), डीसीपी यातायात (नई दिल्ली रेंज) और मेले के दौरान यातायात प्रबंधन में तैनात पुलिस कर्मी उपस्थित थे।
Piyush Goyal Inaugurates 43rd India International Trade Fair In Delhi
जानिए कहां कहां टिकट उपलब्ध्
ऑनलाइन टिकट्स: मूमेंटम 2.0 दिल्ली सारथी ऐप, भारत मंडपम ऐप, आईटीपीओ वेबसाइट और डीएमआरसी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं, जो क्यूआर कोड के साथ सुरक्षित खरीदारी विकल्प प्रदान करते हैं।
ऑफलाइन टिकट्स: 55 दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध हैं, जिनमें शहीद स्थल न्यू बस अड्डा, शिव विहार, समयपुर बादली, और इंदरलोक शामिल हैं।
टिकटो के Rate
व्यवसायिक दिन (14–18 नवंबर): सामान्य प्रवेश – रु 150, बच्चे – रु 60।
सार्वजनिक दिन (19 नवंबर से): सामान्य प्रवेश – रु 80, बच्चे – रु 40।
जानिए क्या क्या है व्यवस्थाएं
दिल्ली यातायात पुलिस ने 11 नवंबर को एक विस्तृत यातायात व्यवस्था का खाका तैयार किया है। इसमें 305 यातायात पुलिसकर्मियों को तीन शिफ्टों में प्रगति मैदान के आसपास यातायात प्रबंधन के लिए तैनात किया गया है, ताकि 24 घंटे यातायात सुचारु रूप से चलता रहे। इसके अलावा, यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं: Union Commerce and Industry Minister Piyush Goyal
यातायात जागरूकता और सलाह: दिल्ली यातायात पुलिस ने यात्रियों को जागरूक करने के लिए यातायात सलाह जारी की है। ये सलाह दिल्ली यातायात पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल्स पर उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे यात्रियों को सही मार्ग और पार्किंग व्यवस्था के बारे में जानकारी मिल सके।
विशेष आगंतुकों के लिए प्रवेश द्वार: व्यापार मेले में आने वाले व्यापारिक आगंतुकों, VVIPs और प्रोटोकॉल वाले मेहमानों, मीडिया कर्मियों और ITPO अधिकारियों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार निर्धारित किए गए हैं। अक्सर इसके लिए अलग से द्वार नहीं होने पर आगंतुको को काफी परेशनी उठानी पडती थी। भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने व आमजन को सुविधा के लिए ये कारगार है।
गाइडलाइन बोर्ड्स और नो पार्किंग क्षेत्र: मेंले अक्सर पार्किंग, प्रवेश और निकासी को भीड बनी रहती है। ऐसे में पर्याप्त संख्या में मार्गदर्शन बोर्ड्स लगाए गए हैं। नो पार्किंग और टो-अवे क्षेत्रों को भी घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों के पास बोलियंटर टीमे भी तैनात है।
Trafic नियमों और सुरक्षा के प्रति जागरूकता: व्यापार मेले में दिल्ली यातायात पुलिस का यातायात नियमों व सुरक्षा के जागरूकता के लिए स्पेशल स्टॉल भी लगाया गया है। । इस स्टॉल का उद्देश्य जनता को यातायात नियमों और सुरक्षा के बारे में न केवल जागरूक करना है वही उनकी सहायता भी करना हैै।
इसी को लेकर स्पेशल छह यातायात सहायता डेस्क भी स्थापित किए गए हैं। इन डेस्कों पर यात्री अपने मार्ग से संबंधित समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। पुलिस इस बार कुछ ज्यादा ही सक्रिय बनी हुई है ताकि लोगो को परेशानी नहीं उठानी पडे।
Trafic नियंत्रण के लिए उपकरण: मेले के आसपास यातायात की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 15 क्रेनों, 16 मोटरसाइकिल पेट्रोल और तीन आपदा प्रबंधन वाहन के साथ बडी संख्या बोलियंटर तैना किए गए है। किसी भी प्रकार की दुर्घटना या अव्यवस्था का होने पर तुंरत समाधान किया जाता है।
अलग यातायात नियंत्रण कक्ष: व्यापार मेले के सुचारु संचालन व जाम से निजात के लिए इस बार ITPO ब्लॉक बिल्डिंग में एक अलग यातायात नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इस कक्ष के माध्यम से यातायात की निगरानी और समन्वय किया जा रहा है।
मेले का Time & Locatiom
ट्रेड फेयर के लिए आपको प्रगति मैदान पहुंचना होगा, जो कि सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन से नजदीक है। मेले के लिए आम लोगों की एंट्री गेट नंबर 3 और 4 (भैरे रोड) तथा गेट नंबर 6 और 10 (मथुरा रोड) से होगी। Time की बात करें तो यह मेला सुबह 9:30 से शाम 7:30 तक खुला रहेगा, जिससे लोग पूरे दिन इस मेले का लुत्फ उठा सकेंगे।
मेले में कैसे पहुंचे?
Delhi Metro के माध्यम से प्रगति मैदान पहुंचना सबसे आसान और किफायती विकल्प है। सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन से उतरकर आप आसानी से मेले तक पहुंच सकते हैं। मेले के दौरान Parking की सुविधा भी सीमित रहेगी, इसलिए मेट्रो यात्रा को प्राथमिकता देना एक अच्छा विकल्प होगा