अलवर: सरिस्का के ऊपर से धूमकेतु गुजरा है। आजकल वह चर्चा का विषय बना हुआ है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पीली, सफेद या नीली रोशनी बिखरते हुए आसमां में चलता हुआ दिखने वाला यह कॉमेट इससे पहले सिर्फ हिमयुग में दिखई दिया था।
वैज्ञानिको को कहना है गुरुवार को इसका आखिरी नजारा मिलेगा।Surajkund Fair: स्वेट और स्पेशल कमांडो के हवाले सुरक्षा, ड्रोन से होगी निगरानी
करीब 50 हजार साल बाद अद्भुत खगोलीय घटना घट रही है। बुधवार रात को हरा धूमकेतु पृथ्वी के सबसे करीब से गुजरा। खगोल विज्ञानियों ने इस धूमकेतु सी/2022 ई-3 को कुछ वर्ष पहले ही खोजा है।