Google : बार बार लोगो को जागरूक करने के बावजूद लोग गगूल पर टोल फ्री नंबर सर्च कर रहे है। एक बार फिर एक युवक टोल फ्री नंबर पर UPI ट्रांजेक्शन चालू कराने की आड में 11 लाख रूपए की ठगी कर ली।
रेवाड़ी जिले के गांव लुहाना निवासी धर्मराज ने बताया कि उसका स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खाता है। लेकिन इस खाते में यूपीआई ट्रांजेक्शन बंद थी। यूपीआई ट्रांजेक्शन चालू कराने के लिए टोल फ्री नंबर पर कॉल की। कॉल करने के कुछ सेकेंड तक तो बात हुई, लेकिन इसी बीच कॉल कट गई। कुछ मिनट के अंदर धर्मराज के पास फिर से व्हाट्सएप कॉल आई।
पूरी जानकारी मांगी
ठग ने बताया कि वह स्टेट बैंक से बात कर रहा। जिससे धर्मराज को उस पर विश्वास हो गया और धर्मराज ने बताया कि उसे UPI ट्रांजेक्शन चालू कराने के साथ ही नेट बैंकिंग की लिमिट भी बढ़वानी है। धर्मराज से उसके बैंक खाते की डिटेल, आधार कार्ड नंबर और CISF नंबर भी ले लिया।
20 मिनट में हो जाएगी चालू
शातिर ने बतााय कि वह 20 मिनट में उसका अकांउस अपडेटकर देगा, इसके बाद आपकी UPI ट्रांजेक्शन चालू हो जाएगी।
आधा घंटा बीतने के बाद ना यूपीआई ट्रांजेक्शन चालू हुई और ना ही नेट बैंकिंग की लिमिट बढ़ी। कुछ मिनट के अंदर ही उसके खाते से पैसे कटने शुरू हो गए। पहली बार में 4 लाख 90 हजार, दूसरी बार में 94,673 और तीसरी बार में 4 लाख 90 हजार रुपए खाते से कट गए।
पैसे कटने के बाद तुरंत इसकी सूचना साइबर क्राइम पोर्टल और टोल फ्री नंबर पर दी। साथ ही अपने खाते को बंद कराया। साइबर थाना पुलिस ने कॉल करने वाले शातिर व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।