हरियाणा के रेवाड़ी में दिल्ली जयुपर हाईवे (NH 48 Rewari) पर ओला कैब चालक को गोली मारकर लूट की सनसनीखेज वारदात में रेवाडी क्राइम् पुलिस जांच के दौरान चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने उत्तर प्रदेश से 83 हजार रुपये में दो अवैध पिस्तौल, तीन मैगजीन और 89 जिंदा कारतूस खरीदे थे। इस खुलासे के बाद मामले की गंभीरता और बढ़ गई है, क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में हथियार और कारतूस किसी बड़ी आपराधिक साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं।Rewari cab robbery case
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी इन हथियारों के साथ आगे किस तरह की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। पुलिस के अनुसार, कैब लूट की इस वारदात में शामिल आरोपियों की पहचान शुभम वर्मा निवासी अलीगढ़, उत्तर प्रदेश और देवांशु निवासी अजमेर, राजस्थान के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने हथियारों की खरीद को लेकर अहम जानकारियां दी हैं।Rewari cab robbery case
पुलिस ने हथियार सप्लायर बंटी को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि देवांशु ने हथियार किस उद्देश्य से खरीदे थे। बंटी से की जा रही पूछताछ के दौरान देवांशु को लेकर कुछ और अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिनकी पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हथियार उन्हें किस व्यक्ति या गिरोह ने उपलब्ध कराए और क्या इस नेटवर्क में कोई और भी शामिल है। इसके साथ ही आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड और उनके संपर्कों की भी गहन पड़ताल की जा रही है। इस मामले में पुलिस ने लूटी गई ओला कैब और नकदी भी बरामद कर ली है। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स की मदद से आरोपियों की गतिविधियों की पूरी कड़ी जोड़ी जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच में यह भी देखा जा रहा है कि वारदात के वक्त या उसके बाद किसी अन्य व्यक्ति ने आरोपियों की मदद तो नहीं की। पुलिस का मानना है कि हथियारों की अवैध खरीद और बड़ी संख्या में कारतूस की बरामदगी इस बात की ओर इशारा करती है कि मामला केवल लूट तक सीमित नहीं था। जल्द ही पूरे मामले का विस्तृत खुलासा किया जाएगा और यदि किसी अन्य व्यक्ति या गिरोह की संलिप्तता सामने आती है तो उसके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।Rewari cab robbery case
जानिए कहां हुई दोनो की दोस्ती: अजमेर निवासी देवांशु और आजमगढ़ निवासी शुभम 2019 में एक साथ कोचिंग लेते थे और दोनों में दोस्ती थी। उसी दौरान देवांशु ने खुद को शुभम के सामने खनन कारोबारी के रूप में पेश किया था। जब देवांशु ने शुभम के सामने अपने यहां नौकरी देने की बात कही तो शुभम उसके पास पहुंच गया। उसके बाद ही दोनो ने मिलकर ये कार लूटने का योजना बनाई थी।Rewari cab robbery case
















