नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक साथ चार राज्यों में छापेमारी करते हुए बडी कार्रवाई की है। अंतरराष्ट्रीय साइबर सिंडिकेट से जुड़े 12 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने इन आरोपियों को राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में एक सप्ताह तक चले विशेष अभियान के दौरान गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी डिजिटल अरेस्ट और शेयर बाजार में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की थी।Delhi Police
पहली कार्रवाई (राजस्थान मे: यहां पर तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। ये आरोपी केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान से सेवानिवृत्त एक सीनियर साइंटिस्ट को डिजिटल अरेस्ट कर 42.49 लाख रुपये की ठगी में शामिल थे। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने यह धनराशि कई खातों में ट्रांसफर कराई थी। पुलिस ने फालना (पाली) से महेंद्र कुमार वैष्णव को गिरफ्तार किया, जिसके खाते में 8.49 लाख रुपये जमा थे। पूछताछ में विशाल कुमार और श्याम दास को भी पकड़ा गया।Delhi Police
दूसरी कार्रवाई में आगरा : यहां से भी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन पर शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 40.27 लाख रुपये की ठगी का आरोप है। गिरफ्तार आरोपी देवेंद्र कुमार, जो सब्जी विक्रेता है, ने अपना बैंक खाता ठगों को इस्तेमाल के लिए दिया था। जांच में पता चला कि उसके खाते से जुड़ी करीब 40 शिकायतें और दो एफआईआर पहले से दर्ज हैं।
तीसरी कार्रवाई पंजाब: यहां पर साउथ दिल्ली के एक बिजनेसमैन से 26.80 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में आरोपी अनिल को गिरफ्तार किया गया।
चौथी कार्रवाई ऊना (हिमाचल प्रदेश): यहां से टीम ने ट्राई अधिकारी और पुलिसकर्मी बनकर डिजिटल अरेस्ट करने वाले नमन पुरी को पकड़ा गया। इस मामले में 30 लाख रुपये की ठगी हुई थी, जिसमें से 11 लाख रुपये बैंक में फ्रीज करा दिए गए हैं।Delhi Police
पांचवीं कार्रवाई मेरठ: जहां साइबर रोहिणी थाने में दर्ज एक मामले में मोहम्मद परवेज को गिरफ्तार किया गया। उसने एक निजी शिक्षक से ऑनलाइन निवेश के नाम पर 33.97 लाख रुपये की ठगी की थी।Delhi Police
छठी कार्रवाई सहारनपुर: यहां से आईटी कंपनी में कार्यरत एक बिजनेसमैन से 29.75 लाख रुपये की ठगी करने वाले दीपक सैनी और मुदित अरोड़ा को पकड़ा गया। दोनों खुद को सेबी-पंजीकृत सलाहकार और मार्गन स्टेनली के अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेते थे।Delhi Police
सातवीं कार्रवाई कानपुर : जहां मेहविश अख्तर नामक महिला को एक निर्माण कंपनी के कर्मचारी से 31 लाख रुपये की ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, ये सभी आरोपी अंतरराष्ट्रीय साइबर सिंडिकेट से जुड़े हैं और फर्जी बैंक खातों, सिम कार्ड और डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए ठगी को अंजाम देते थे।Delhi Police

















