कई आफर देने, जागरूक करने पर भी EV नही छू सकी नया आंकडा
Electric Vehicle : इंडिया में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को बेचने के निर्माताओं को ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करने के लिए प्रेरित कर रही है। इतन ही नही ग्राहको को कई तरह के आफर दिए जा रहे है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) का चलन धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
केंद्रीय सरकार ने संसद में अप्रैल 2019 से मार्च 2024 के बीच देशभर में बेचे गए इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या और राज्यों में उनके पंजीकरण का विवरण साझा किया है। तो ब्रिकी को लेकर स्टेट वाहन चौकाने वाले आंकडे सामने आए है।Electric Vehicle
हालांकि, इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री अब भी दूसरे (ICE) वाहनों की तुलना में कम है, लेकिन लोग इस नए सेगमेंट को काफी पसंद कर रहे हैं। इसी के चलते पिछले तीन चार साल मेंइलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को बेचने का ग्राफ काफी बढा है।Electric Vehicle
किया था प्रेरित: बता दे केंंद्र सरकार वाहन निर्माताओं को ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करने के लिए प्रेरित कर रही है। कई आफर देकर व समय समय पर प्रचार करके भी ये वहान खरीदने के लिए लोंगो का जागरूक किया जा रहा है।
इस न्यूज के माध्यम हम पिछले पांच वर्षों में भारत में कितने इलेक्ट्रिक वाहन बिके, किन राज्यों में सबसे अधिक बिक्री हुई।Electric Vehicle
जानिए पांच वर्षों में कुल बिक्री: बता दे कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा संसद में दी गई इस आकंडों को लेकर ताजा अपडेट दिया है। बताया कि अप्रैल 2019 से मार्च 2024 के बीच भारत में कुल 36,39,617 यूनिट इलेक्ट्रिक वाहन बिके हैं।
शीर्ष-5 राज्यों में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री
इन पांच वर्षों में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री के मामले में उत्तर प्रदेश (UP) शीर्ष पर है। इसके बाद महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और राजस्थान क्रमशः दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।
उत्तर प्रदेश (UP) : उत्तर प्रदेश में 6,65,247 यूनिट EVs का पंजीकरण हुआ है। यह राज्य इस सूची में पहले स्थान पर है। राज्य में EV की अधिक बिक्री का कारण इसकी बड़ी आबादी और कई प्रमुख शहरों में EV अनुकूल नीतियों का होना है।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र EV बिक्री में दूसरे स्थान पर है। यहां कुल 4,39,358 यूनिट EVs का पंजीकरण हुआ। मुंबई, पुणे और नागपुर जैसे शहरों में EVs की मांग काफी बढ़ी है।
कर्नाटक: तीसरे स्थान पर कर्नाटक है, जहां 3,50,810 यूनिट EVs पंजीकृत हुए। बेंगलुरु, जो भारत का आईटी हब है, EV को अपनाने में सबसे आगे है।Electric Vehicle
तमिलनाडु: तमिलनाडु में 2,28,850 यूनिट EVs का पंजीकरण हुआ। चेन्नई और कोयंबटूर जैसे शहर EV उपयोग में तेजी से बढ़ रहे हैं।
राजस्थान: बता दे कि राजस्थान इस सूची में पांचवें स्थान पर है। यहां कुल 2,33,503 यूनिट EVs पंजीकृत हुए। जयपुर और जोधपुर जैसे शहरों में EV के प्रति लोगों की रुचि तेजी से बढ़ रही है।Electric Vehicle
दिल्ली में इतने बिके वाहन: दिल्ली ईवी वाहनों की विक्री की सूची में सातवें स्थान पर है। अप्रैल 2019 से मार्च 2024 के बीच दिल्ली में कुल 2,16,084 यूनिट EVs पंजीकृत हुए हैं। यूं तो राजधानी दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है।Electric Vehicle
दिल्ली सरकार द्वारा सब्सिडी और EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार ने यहां EV बिक्री को काफी तक प्रोत्साहित किया है। लेकिन फिर भी दिल्ली में दूसरे राज्यों से बिक्री को लेकर काफी पीछे है।
कीमतें हुई कम बढी मांग: ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन का कहना है कि देश में जब इलेक्ट्रिक गाड़ियां लांच हुई थीं, तब इन वाहनों की कीमतें काफी अधिक थीं। लेकिन पिछले कुछ समय में लिथियम आयन बैट्री की कीमतों में कमी आने के बाद इन गाड़ियां सस्ती हुई हैं। इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल को चलाना काफी कम खर्चीला है, तो ऐसे में लगातार इनकी मांग बढ़ती जा रही है।