Delhi NCR: दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। एक बार फिर से इद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) ने सीएनजी के दाम में ₹2.5 प्रति किलो की कटौती कर दी है। नई साल पर एक बार फिर लोगो का काफी राहत मिली है।
बता दे कि इस कटौती के बाद दिल्ली में सीएनजी का नया मूल्य ₹74.09 प्रति किलो हो गया है, जो पहले ₹76.59 प्रति किलो था। नई कीमतें 7 मार्च 2024 की सुबह 6 बजे से लागू हो गई हैं।
जानिए प्रमुख शहरोंं में(CNG Rate Rs/Kg))
शहर | पुराने दाम (प्रति किलो) | नए दाम (प्रति किलो) |
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Delhi | 76.59 | 74.09 |
Noida | 81.20 | 78.70 |
G Noida | 81.20 | 78.70 |
गाजियाबाद | 81.20 | 78.70 |
Gurugram | 82.62 | 80.12 |
Rewari | 81.20 | 78.70 |
Karnal | 81.93 | 80.43 |
kaithal | 81.93 | 80.43 |
सीएनजी की कीमतें घटने से फायदे
आर्थिक लाभ: सीएनजी के दाम घटने से वाहन चालकों का ईंधन खर्च कम होगा।
पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव: सीएनजी के उपयोग से वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
परिवहन क्षेत्र को बढ़ावा: दाम घटने से ऑटो रिक्शा, टैक्सी और अन्य व्यावसायिक वाहनों में सीएनजी का उपयोग बढ़ेगा।
आईजीएल और एमजीएल ने अपने ग्राहकों से अपील की है कि वे सीएनजी का अधिकतम उपयोग करें और प्रदूषण मुक्त परिवहन को बढ़ावा दें। सीएनजी न केवल किफायती है बल्कि यह पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में मदद करती है।
दिल्ली-एनसीआर में सीएनजी की कीमतों में कमी से आम लोगों को राहत मिली है। इसके साथ ही परिवहन क्षेत्र में सीएनजी की मांग बढ़ने की संभावना है। यह कदम न केवल आर्थिक रूप से लाभदायक है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। अब यह देखना होगा कि सीएनजी की कीमतों में यह कमी लोगों की जिंदगी में कितनी सकारात्मक बदलाव लाती है।
इस शहर में घटी कीमतें
मुंबई और उसके आसपास के क्षेत्रों में सीएनजी की आपूर्ति करने वाली कंपनी MGL ने 6 मार्च 2024 को सीएनजी के दाम ₹2.5 प्रति किलो घटाए थे। मुंबई में सीएनजी की नई कीमत ₹73.50 प्रति किलो हो गई है।
जानिए क्यो कम हुई कीमत
- सीएनजी की कीमतों में इस कमी का मुख्य कारण गैस की लागत में कमी आना है। आईजीएल और एमजीएल ने इस लाभ को तुरंत अपने ग्राहकों तक पहुंचाने का फैसला किया।
- परिवहन क्षेत्र में सीएनजी की खपत बढ़ेगी
- सीएनजी के दाम घटने से परिवहन क्षेत्र में इसके उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
- सीएनजी को डीजल और पेट्रोल के मुकाबले एक किफायती और पर्यावरण-अनुकूल विकल्प माना जाता है।
- आम लोगों को राहत मिलेगी।
- सीएनजी के प्रति जागरूकता और उपयोग बढ़ेगा।
- वायु प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।