Dharuhera: क्षेत्र में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पहले ही आए दिन बाधित रहती है, ऐसे में बिजली निगम धारूहेड़ा व जडथल कार्यालय में स्टाफ की भारी कमी हालात को और बिगाड़ रही है। आलम यहां तक है कि बिजली बोर्ड धारूहेड़ा में कुल स्वीकृत 190 पदों में से 93 पद लंबे समय से खाली पड़े हैं, जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है और उपभोक्ताओं की समस्याओं का समय पर समाधान नहीं हो पा रहा है।
हर बार खाली पदों के भरने के दावे तो किए जाते है लेकिन सिर्फ कागजों में भी दावे निपट रहे है। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पहले ही आए दिन बाधित रहती है, ऐसे में बिजली निगम धारूहेड़ा व जडथल कार्यालय में स्टाफ की भारी कमी हालात को और बिगाड़ रही है।
बता दे कि धारूहेड़ा में बढते लोढ के चलते बास रोड पर 1984 सब स्टेशन बनाया गया। उस समय तो यह कह इसे चालू कर दिया तो स्टाफ बढा दिया जाएगा। हर साल उपभोक्ताओ की सख्या बढती जा रही है लेकिन स्टाफ को लेकर विभाग गंभीर नहीं है। औद्योगिक क्षेत्रह होने के चलते कम स्टाफ के चलते बडी परेशानी उठानी पडती है।

ग्राहकों की शिकायतों के निस्तारण, फील्ड में ट्रांसफॉर्मर मरम्मत, केबल रिपेयरिंग, मीटर रीडिंग, बिल वितरण और अन्य तकनीकी कार्यों के लिए सीमित कर्मचारियों को ही तैनात किया गया है। ऐसे में एक ही कर्मचारी को कई जिम्मेदारियों को निभाना पड़ रहा है।
खाली पदों पर एक नजर
पद स्वीकृत खाली
एई 2 1
जेई 12 6
एएफएफ 12 6
एलएम 40 32
एएलएम 68 30
एसएसए 43 15
क्लर्क 11 03
कुल 190 93
स्थानीय उपभोक्ता लगातार बिजली कटौती, ओवरलोडिंग और फाल्ट जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण शिकायतों के समाधान में देरी हो रही है। गर्मी के मौसम में बिजली की मांग और दबाव दोनों बढ़ जाते हैं, ऐसे में अधूरे स्टाफ के साथ आपूर्ति बनाए रखना विभाग के लिए चुनौती बनता जा रहा है।
करोंडो रूपए का राजस्व देने वाले धारूहेड़ा में लंबे समय से स्टाफ का अभाव है। ऐसे में लोगो को हर साल खासतौर से गर्मी से ज्यादा परेशान होना पड रहा है। विद्युत निगम के एमडी व बिजली मंत्री को शिकायत पर भेज रिक्त पदों को भरवाने की मांग की है।
अजय जांगडा, उपचेयरमैन नपा धारूहेड़ा
कस्बे में आधे से ज्यादा पद रिक्त है। इस खाली पदो को लेकर कई बार उच्चाधिकारियों को खाली अवगत करवाया जा चुका है। फिलहाल तो कर्मचारी उपलब्ध है उन्हीं से काम चलाया जा रहा है। स्टाफ के अभाव में हमें भी काफी परेशानी झेलनी पड रही है।
कृष्ण सैनी, एसडीओ, विद्युत निमग धारूहेड़ा
धारूहेड़ा: धारूहेडा विद्वुत निगम कार्यालय

















