Nationwide Strike: मनरेगा मजदूर यूनियन पंजाब (सीटू) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए ऐलान किया है कि 20 मई को मजदूर काम बंद करके देशव्यापी हड़ताल में शामिल होंगे. यह फैसला हंडियाया और धनौला खुर्द गांवों में हुई बैठकों के दौरान सर्वसम्मति से लिया गया.
ट्रेड यूनियनों के समर्थन से हो रही हड़ताल
यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष शेर सिंह फरवाही ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह हड़ताल 10 राष्ट्रीय ट्रेड यूनियनों और 60 से अधिक कर्मचारी संगठनों के समर्थन से आयोजित की जा रही है. यह आंदोलन मजदूर वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. Nationwide Strike
किस मांग को लेकर हो रही है हड़ताल?
इस हड़ताल का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा लाए गए चार नए श्रम कानूनों का विरोध करना है, जो मजदूर संगठनों के अनुसार कॉर्पोरेट पक्षधर और मजदूर विरोधी हैं. हड़ताल की प्रमुख मांगें हैं:
पुराने 29 श्रम कानूनों की बहाली और नए कानूनों की वापसी
ठेका प्रणाली और आउटसोर्सिंग बंद करना
न्यूनतम वेतन ₹26,000 से बढ़ाकर ₹36,000 प्रतिमाह करना
मनरेगा की दिहाड़ी ₹700 प्रतिदिन और कार्य दिवस 200 सालाना करना
हर श्रमिक को ₹10,000 प्रतिमाह पेंशन देना
हिट एंड रन के नए कानून को रद्द कर पुराने कानून को बहाल करना
सस्ती बिजली आपूर्ति पर केंद्र के कानून का विरोध
किसानों का समर्थन भी मिला आंदोलन को
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने भी इस हड़ताल को समर्थन देने का ऐलान किया है. मजदूर नेता फरवाही ने किसान संगठनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मजदूर-किसान एकता की मिसाल 20 मई को दिखाई देगी. उन्होंने मजदूरों से एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने की अपील की.
“20 मई को हड़ताल करेंगे” के नारों से गूंजी बैठक
बैठक में उपस्थित मजदूरों ने “20 मई को हड़ताल करेंगे” के नारों के साथ आंदोलन को अपना समर्थन दिया. इस अवसर पर कुलदीप सिंह, कुलवंत कौर, लाभ कौर, परमजीत कौर, गुरमीत कौर और चरणजीत कौर सहित अन्य नेताओं ने भी हड़ताल में सक्रिय भागीदारी की अपील की.
कामकाज ठप रहने की आशंका
चूंकि यह हड़ताल देशव्यापी स्तर पर की जा रही है. इसलिए 20 मई को सरकारी योजनाओं, ग्रामीण विकास कार्यों और मनरेगा से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर असर पड़ सकता है. नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस दिन कार्यों की योजना सोच-समझकर बनाएं. Nationwide Strike
















