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औद्योगिकरण में TQM की क्यों बढी महत्ता, जानिए इसके फायदे ?

On: December 8, 2024 4:41 PM
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TQM :  विदेशो से कई कंपनियां हिंदुस्तान में आई लेकिन कुछ ही सालों में अपना कारोबार यहां से समेट लिया। इतना ही नहीं कई कंपिनयों ने इस कदर व्यापार किया कि वे तेजी से यहां पर ग्रोथ कर रही है। बता दे कि आजकल भारत ही नहीं दुनिया भर में ऑटोमोटिव मार्केट तेज़ी से बदल रहा है।

उपभोक्ताओं की बढती मांग, सस्ते उत्पाद, अच्छी गुणवत्ता, समय पर प्रोडैक्टशन मिलने के साथ कम कीमत में उत्पाद देना बडी चुनोती बनी हुर्ई है। कई कंपनियो टीपीएम के जरीये अपने ग्राहकों बनाए रखने मे समर्थ है, जबकि कई कंपनियोंं में टीपीएम होने के बावजूद ग्राहक संतुष्ठ नही है।

बदलती प्राथमिकताएं, स्थायी गतिशीलता (सस्टेनेबल मोबिलिटी) की मांग, ओर तेजी से बढ रही नई तकनीके आजकल कंपिनयों की मार्केट को प्रभावित कर रहे हैं। साफ जाहिर है कि ऑटोमोटिव कंपोनेंट निर्माताओं के लिए लागत और समय-प्रबंधन बहुत ज़रूरी हैं।TQM 

 

TQM क्यों है जरूरी: बढी प्रतिस्पर्धा के चलते आज मार्केट मे उत्पादा को बेचना इतना सभंव नही है। ज्यादा कीमत व कम गुणवत्ता के बिना उत्पाद को बेचना चुनौती ही नहीं नामुकिन है। इसी के चलते आजकल उद्योगों के लिए टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट (TQM) की भूमिका अहम हो जाती है।TQM 2

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ऑटोमोटिव कंपोनेंट उद्योग में, जहां ग्राहक की अपेक्षाएं और तकनीकी रुझान लगातार बदल रहे है वहीं टीक्यूएम को अपनाना व्यापार की सफलता के लिए अहम योगदान है। यह न केवल गुणवत्ता सुधार में मदद करता है।

बल्कि व्यवसाय को दीर्घकालिक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार भी करता है। सबसे अहम बता यह है कम लागत, ज्यादा उत्पाद, अच्छी गुणवत्ता के साथ साथ समय पर डिलीवरी के बढावा मिलता है।

साफ जाहिर है कि टीक्यूएम(TQM) का मकसद केवल संचालन (Operations) तक सीमित नहीं है। यह एक बिज़नेस करने की मूल भाषा भी है, जो न केवल मौजूदा प्रदर्शन को बनाए रखने बल्कि मार्केट में उत्पाद के सुधार करने पर भी ध्यान केंद्रित करती है। टीक्यूएम के लिए पूरे संगठन और सभी कार्यात्मक क्षेत्रों की सहभागिता बहुत जरूरी है। अगर टीम वर्क नहीं होता ये सफल नहीं होगा।

TQM के मुख्य सिद्धांत
1. नीति प्रबंधन (Policy Management):
किसी भी कंपनी की पोलीसी उनके उत्पाद व गुणवत्ता के लिए सबसे अहम रोल अदा करती है। कंपपी की नीति प्रबंधन (Policy Management) जितना मजबूता होगा, समझों कंपनी की हर उत्पाद का बल मिलेगा।

ध्यान रहे कि टीक्यूएम TQM की जिम्मेदारी हर स्तर के प्रबंधन पर होती है, लेकिन इसे शीर्ष प्रबंधन (Top Management) द्वारा संचालित किया जाता है। लेकिन अगर नीचे लेबल यानि रूट लेबल इनका कर्मचारी तक जाना बहुत जरूरी है। क्योंकि किसी भी कंपनी के उत्पाद की असली जान कर्मचारी ही होता है।

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2. दैनिक कार्य प्रबंधन (Daily Work Management):
यह सुनिश्चित करता है कि गुणवत्ता सुधार के प्रयास संगठन के दैनिक कार्यों में एकीकृत हो.
गुणवत्ता सिद्धांत, नीतियां और लक्ष्य तय करना पहला कदम है.
इसे सफलतापूर्वक लागू करने के लिए दैनिक कार्य प्रबंधन (Daily Work Management) बेहद महत्वपूर्ण है.
यह कर्मचारियों के लिए नीतियों को आकर्षक बनाता है और एक निरंतर सुधार एवं जवाबदेही की संस्कृति को बढ़ावा देता है.

3. कर्मचारियों की भागीदारी (Total Employee Involvement – TEI):
टीक्यूएम का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि सहभागिता। जब तक कर्मचारियों को सहभागिता पूर्ण् रूप से नहीं होगी कोई उत्पाद मार्केट में बेचना कठिन हो जाएगा। जैसे जैस सहभागिता बढेगी तो न केवल उत्पाद बढेगा वहीं गुणवत्ता में भी सुधार होगा।

भागीदारी को बढाने के कंपनी में काइज़न (Kaizen), क्वालिटी कंट्रोल सर्कल्स और सुझाव ढांचे जैसी पहलें शामिल हैं। इसमें जितना योजना ज्यादा होगा उतना ही कंपनी को फायदा होगा।

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यह पहल कर्मचारियों को तार्किक सोच (Logical Thinking) और समस्या-समाधान (Problem-Solving) दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसी सोच के साथ क्वालिटी टूल व तकनीति से समस्याओं को समाधान करने में सहायक होती है।

उद्योग के लिए TQM के फायदे: बता दे कि बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद बनाने से कंपनियां बाजार में अपनी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बनाए रख सकती हैं। ऐसे में TQM का गुणवत्ता केा बनाए रखने में बडा योगदान है।

गुणवत्ता प्रबंधन की प्रक्रिया से उत्पादन चक्र को कुशल बनाकर लागत और समय की बचत होती है। मंस्तिक मंथन से ज्यादा से ज्यादा आइडिए शेयर करके लागत को कम किय जाना संभव है।

संगठन के हर स्तर पर लगातार सुधार की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। सुधार की सीमा कभी खत्म नहीं होती है। जब तब समस्याए आती है उनसे सी सुधार के लिए चांस मिलते हैं सबसे अहम सुधारों को नियमित लागू करने के​ लिए टीम वर्क बहुत जरूरी है।

ग्राहक कंपनी की जान होते हैं लेकिन ग्राहक को संतुष्ट करना केवल उत्पाद की गुणवत्ता के साथ लागत पर भी निर्भर करता है। TQM के चलते जब कर्मचारी भागीदार होते हैं, तो उनका उत्साह और प्रदर्शन बेहतर होता है।

 

 

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