Ration card: राशन कार्ड अब सिर्फ सब्सिडी वाला राशन पाने का जरिया नहीं रह गया है, बल्कि यह कई सरकारी योजनाओं से जुड़ने के लिए जरूरी दस्तावेज बन गया है। खास तौर पर गरीब और कम आय वर्ग के लोगों के लिए यह पहचान और लाभ का मुख्य जरिया है।
अगर कोई व्यक्ति समय पर e-KYC नहीं करवाता है तो उसका राशन कार्ड अस्थायी तौर पर निलंबित या पूरी तरह से रद्द भी किया जा सकता है।
e-KYC करवाने के क्या फायदे हैं?
e-KYC प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल और आसान है। अब लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
इस प्रक्रिया में OTP के जरिए मोबाइल वेरिफिकेशन होता है और फिंगरप्रिंट या फेस स्कैन के जरिए बायोमेट्रिक पुष्टि होती है।
सफल e-KYC के बाद उपभोक्ता को एक डिजिटल स्लिप मिलती है, जिसे भविष्य में सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे सरकार को सटीक डेटा मिलता है और योजनाओं का लाभ सही व्यक्ति तक पहुंचता है।
ई-केवाईसी के लिए आवश्यक दस्तावेज
ई-केवाईसी के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:
राशन कार्ड नंबर
आधार कार्ड नंबर
परिवार के अन्य सदस्यों का आधार (यदि लिंक हो)
समग्र परिवार आईडी (कुछ राज्यों में)
पंजीकृत मोबाइल नंबर जो आधार और राशन कार्ड से लिंक हो
चेहरे का स्कैन या फिंगरप्रिंट
डिजिटल प्रक्रिया से दस्तावेजों को ऑनलाइन सत्यापित करना आसान और सुरक्षित हो जाता है।
ई-केवाईसी न करवाने पर क्या होगा?
यदि आप निर्धारित समय सीमा तक ई-केवाईसी नहीं करवाते हैं तो:
राशन कार्ड रद्द हो सकता है
आप मुफ्त राशन और अन्य सब्सिडी योजनाओं से बाहर हो जाएंगे
दोबारा राशन कार्ड बनवाना मुश्किल हो सकता है
अन्य सरकारी योजनाओं में नामांकन बंद हो सकता है
सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि अब ई-केवाईसी को टालना संभव नहीं है। इसलिए समय रहते यह काम कर लें।
अंतिम तिथि
पहले ई-केवाईसी की अंतिम तिथि 30 मार्च 2025 थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 30 जून 2025 कर दिया गया है।
यह आखिरी मौका है। सरकार ने साफ कर दिया है कि इसके बाद कोई और एक्सटेंशन नहीं दिया जाएगा।
जिन लोगों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराई है, वे इसे तुरंत पूरा कर लें, नहीं तो भविष्य में गंभीर असुविधा हो सकती है।















