जिले के अकैड़ा गांव में लगभग तीन वर्षों से अधूरा पड़ा Unani Medical College अब पूरी तरह से बनकर तैयार होने वाला है। पहले ठेकेदार द्वारा लगभग 52 प्रतिशत कार्य पूरा किया गया था, लेकिन उसके बाद काम बंद हो गया। अब सरकार ने इस अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए ₹18.4 करोड़ मंजूर किए हैं। यह कॉलेज छह एकड़ क्षेत्र में बनेगा और राज्य भर के युवाओं के लिए भविष्य संवारने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। रोहतक स्थित एक एजेंसी ने इस कॉलेज का निर्माण कार्य जीत लिया है और अगले महीने से निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। अनुमान है कि यह कार्य एक वर्ष के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने नूह जिले में Unani Medical College खोलने की घोषणा की थी। इसके लिए ₹45.43 करोड़ मंजूर किए गए थे। निर्माण कार्य 28 मार्च 2019 को शुरू हुआ और जिंद की गर्ग एजेंसी ने ठेका जीतकर काम शुरू किया। एजेंसी को यह कार्य 27 मार्च 2021 तक पूरा करना था। हालांकि, इस समय तक एजेंसी ने केवल 52 प्रतिशत काम ही पूरा किया और शेष कार्य अधूरा छोड़ दिया। सरकार ने एजेंसी को उसके किए गए काम का भुगतान किया, लेकिन तब से यह कॉलेज अधूरा ही पड़ा रहा। अब सरकार ने नया टेंडर जारी किया और इसे रोहतक की एजेंसी को दिया गया है।
कॉलेज और अस्पताल की संरचना
यूनानी मेडिकल कॉलेज के निर्माण के बाद यूनानी अस्पताल दो वर्षों तक संचालन करेगा। इसके बाद कॉलेज में छात्रों का प्रवेश शुरू होगा। इस मेडिकल कॉलेज में प्रतिवर्ष लगभग 50 से 55 छात्र प्रवेश लेंगे। छात्रों को प्रवेश के लिए NEET परीक्षा पास करना अनिवार्य होगा। कॉलेज में बी.यू.एम.एस. (BUMS) पाठ्यक्रम पाँच वर्षों का होगा, जिसके बाद छात्रों को छह महीने का इंटर्नशिप करना होगा। इस कॉलेज में देशभर के छात्र प्रवेश ले सकते हैं।
युवाओं और स्वास्थ्य क्षेत्र में अवसर
यूनानी मेडिकल कॉलेज का पूरा होना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कॉलेज राज्य भर के युवाओं को यूनानी चिकित्सा में करियर बनाने का अवसर प्रदान करेगा। इसके साथ ही, कॉलेज में अस्पताल का संचालन होने से स्थानीय लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली यूनानी चिकित्सा सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद नूह और आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। सरकार की यह पहल छात्रों और आम जनता दोनों के लिए लाभकारी साबित होगी।
















