Bank Loan: सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बैंकों – यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक – ने बुधवार को लेंडिंग रेट में 0.50 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की। यूनियन बैंक ने एक बयान में कहा कि इन बदलावों में एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (ईबीएलआर) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) में 50 आधार अंकों की कटौती शामिल है। बैंक ने पिछले सप्ताह आरबीआई द्वारा की गई दरों में कटौती के अनुरूप अपनी लेंडिंग रेट में 50 आधार अंकों की कटौती की है।
इंडियन ओवरसीज बैंक की नई दरें
इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने कहा कि बैंक की एसेट लायबिलिटी मैनेजमेंट कमेटी (एएलसीओ) की मंगलवार को हुई बैठक में रेपो आधारित लोन पर देय ब्याज में 0.50 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय लिया गया है। इस कटौती के बाद आरएलएलआर घटकर 8.35 प्रतिशत रह गई है जो पहले 8.85 प्रतिशत थी। नई दर बुधवार से प्रभावी है।
केनरा बैंक ने भी दी राहत
केनरा बैंक ने भी रेपो आधारित ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। बैंक के बयान के अनुसार, इस कटौती से रेपो आधारित ब्याज दर 8.75 प्रतिशत से घटकर 8.25 प्रतिशत हो गई है। नई दर बुधवार से प्रभावी है।
नए और मौजूदा ग्राहकों को होगा फायदा
पीटीआई की खबर के अनुसार, बैंकों के इस कदम से नए और मौजूदा रिटेल (होम, व्हीकल, पर्सनल आदि) और एमएसएमई कर्जदारों को फायदा होगा। आरबीआई के कदम के बाद कई बैंकों ने लोन दरों में कटौती की है और बाकी बैंक भी जल्द ही ऐसा करेंगे।
आरबीआई ने की थी 50 आधार अंकों की कटौती
इससे पहले शुक्रवार को आरबीआई ने ब्याज दरों में उम्मीद से ज्यादा 50 आधार अंकों की कटौती की और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बैंकों के लिए कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) में अप्रत्याशित रूप से कमी की। गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली आरबीआई की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति में तीन बाहरी सदस्य शामिल हैं। समिति ने बेंचमार्क पुनर्खरीद या रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती कर इसे 5.5 प्रतिशत कर दिया है। इसने नकद आरक्षित अनुपात में भी 100 आधार अंकों की कटौती कर इसे 3 प्रतिशत कर दिया है, जिससे बैंकिंग प्रणाली में पहले से मौजूद अतिरिक्त तरलता में 2.5 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।

















