Haryana: स्वामी जीवानंद नैष्ठिक पंचतत्व में विलीन, नांगलिया रणमोख गौशाला रेवाडी में किया अंतिम संस्कार

नांगलिया रणमोख गौशाला रेवाडी में किया अंतिम संस्का
नांगलिया रणमोख गौशाला रेवाडी में किया अंतिम संस्का

Haryana: हरियाणा के जिला रेवाड़ी के गांव नांगलिया रणमोख स्थित गौशाला के संचालक तथा वेद प्रचार मंडल,रेवाड़ी के मार्गदर्शक जाने-माने आध्यात्मिक विचारक स्वामी जीवानंद नैष्ठिक(87) नहीं रहे। आज नांगलिया रणमोख गौशाला में उनके सैकड़ों अनुयायियों ने पूरे विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार किया।

 

इस अवसर पर इलाके की अधिकांश गौशालाओं, गुरुकुलों से जुड़े सामाजिक तथा आध्यात्मिक क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने उनके अंतिम विदाई में शामिल होकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।Haryana

रेवाड़ी के मार्गदर्शक जाने-माने आध्यात्मिक विचारक स्वामी जीवानंद नैष्ठिक(87) नहीं रहे। आज नांगलिया रणमोख गौशाला में उनके सैकड़ों अनुयायियों ने पूरे विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार किया।
रेवाड़ी के मार्गदर्शक जाने-माने आध्यात्मिक विचारक स्वामी जीवानंद नैष्ठिक(87) नहीं रहे। आज नांगलिया रणमोख गौशाला में उनके सैकड़ों अनुयायियों ने पूरे विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार किया।

संस्कृति लेखक सत्यवीर नाहड़िया ने बताया कि गुरुग्राम जिले के गांव गुड़ाणा में जन्मे श्री नैष्ठिक स्वामी सोमानंद महाराज (नूरगढ) से प्रेरित होकर गुरुकल परम्परा तथा अध्यात्म से जुड़े Haryana

 

अपने गुरु स्वामी सर्वानंद की प्रेरणा से गौसेवा,हवन यज्ञ परम्परा व वेद प्रचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया। क्षेत्र के अनेक संगठनों ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं।