Mahakumbh: 144 साल बाद आए महाकुंभ में स्न्नान करने गए श्रऋालुओ की भीड प्रयागराज के लिए महंगी पड गई है। अधूरे इंतजाम, बढती भीड के चलते मोनी अमावस्या ऐसा कांड हो गया है जिसका पहले ही भय था। महाकुंभ बढती भीड से सुबह सुबह भगदड मच गई, इतना ही आस्था के महाकुंभ मातम में बदल गयां
चारो ओर चीख, बिछड गए परिवार: भगदड ऐसी मची को लोग अपनो से बिछुड गए है। जैसे 144 Year बाद भीड का इतिहास रचा तो भगदड को लेकर एक बडा कंलक भी लग गया। बताया जा रहा है यानि दो दिन पहले ही इसके संकेत मिल चुके थे।
बता दे कि जहां एक तरफ महाकुंभ 2025 में बीते 17 दिनों में 16 करोड़ से अधिक लोग गंगा और संगम में स्नान कर चुके हैं। बुधवार को मौनी अमावस्या पर करीब 12 करोड़ लोगों के गंगा स्नान पहुंच गए। कम जगह व अधूरे प्रबंध के चलते महाकुंभ मेले मेंभगदड़ मच गईं
भारी भीड़ की वजह से आज यानी 29 जनवरी को अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द हो गया है। 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला किया गया है। पुरी का कहना है कि संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ होने की वजह से अखाड़े ने अपना अमृत स्नान टाल दिया है Mahakumbh:
कुछ मिडीया रिपोर्ट के अनुसार अब तक 15 से ज्यादा लोगों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए गए हैं। प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी।
घायलों का कराया भर्ती: भगदड मचने से कई लोग घायल हो गए जबकि कईयों ने दम तोड दिया है। बताया जा रहा है कि घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालाकि परिवार से बिछडने के चलते सही जानकारी अभी नही मिल पा रही है। लेकिन जो हुआ वह ज्यादा भीड का ही परिणाम है।