BPL Ration Card: जिले में गलत तरीके से बने एएवाई (अंत्योदय अन्न योजना) और एसबीपीएल राशन कार्डों को काटने का सिलसिला शुरू हो गया है। महज एक महीने की जांच में जिले में करीब 16 हजार कार्डधारक अपात्र पाए गए हैं, जो सरकार की ओर से दी जा रही योजनाओं का लाभ उठा रहे थे। कार्ड कटने का कारण कार्डधारकों के पास चार पहिया वाहन, अधिक आय, उनके नाम पर अधिक संपत्ति और अधिक बिजली बिल आना बताया जा रहा है। ये फर्जी कार्डधारक तमाम सुविधाएं होने के बावजूद राशन कार्ड पर योजनाओं का लाभ उठा रहे थे।BPL Ration Card
लेकिन अब सरकार ने आय का सत्यापन कर छंटनी शुरू कर दी है। ऐसे में जिले के राशन डिपो पर पहुंचने वाले राशन में कमी आने की संभावना है। अगर डिपो के हिसाब से कार्डों की संख्या कम रही तो विभाग अगले महीने से इन डिपो पर राशन की आपूर्ति भी कम कर सकता है। राशन कार्ड कटने के बाद लोग जांच के लिए सीआरईएडी विभाग पहुंच रहे हैं।BPL Ration Card
एक माह में कटे 15972 राशन कार्ड
जिले की बात करें तो जिले में कुल 430 राशन डिपो हैं। पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार मई माह में 2 लाख 35 हजार 87 राशन कार्ड धारक थे।
इसमें एएवाई (अंत्योदय अन्न योजना) राशन कार्डों की संख्या 15 हजार 169 थी, जबकि एसबीपीएल राशन कार्डों की संख्या 2 लाख 19 हजार 918 थी। वहीं, जून माह में प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में कुल 2 लाख 19 हजार 915 राशन कार्ड धारक हैं।
जिसमें से एएवाई राशन कार्डों की संख्या घटकर 14 हजार 645 और एसबीपीएल राशन कार्डों की संख्या घटकर 2 लाख 04 हजार 470 रह गई है। इस तरह जून माह में 15 हजार 972 कार्ड कम हुए हैं।
सत्यापन का काम अभी भी जारी है। सरकार गरीब परिवारों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अंत्योदय अन्न योजना और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए स्टेट बीपीएल कार्ड बनाती है। इन कार्यों के संचालन की जिम्मेदारी खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के पास है। सरकार के निर्देश पर नागरिक संसाधन सूचना विभाग (सीआरआईडी) ने जब विभिन्न विभागों से जानकारी एकत्र कर परिवार के सदस्यों की आय एकत्रित की तो निर्धारित मापदंड पूरा न करने वाले परिवारों को बाहर कर दिया गया। सत्यापन का काम अभी भी जारी है। जिससे आने वाले महीनों में अपात्र परिवारों के नाम बीपीएल और अंत्योदय अन्न योजना की सूची से हटाए जा सकेंगे।

















