Panipat News: किसी ने ठीक ही कहा है संगत का असर कभी कम नहीं होता। कभी गावं में आइआइटी क कोचिंग लेने गया पानीपत का युवक कब अनुराग से रोहन बन गया। इतना नही नहीं आइएस के संपर्क में आ गया। खुफिया एजेंसियो की सूचना पर पुलिस ने अनुराग सिंह की बांग्लादेश से सीमा पार करने के बाद असम के धुबरी जिले में गिरफ्तारी किया है।
परिजनो के अुनसार व ह कोचिंग करने आया था। उसके बाद अनुराग रेलवे में सेक्शन ऑफिसर लग गया। लेकिन जब उसके गिरफृतारी हुई तो परिवार को पता चला कि अनुराग देश दोही बन चुका है।
अनुराग मेरा बेटा नहीं
दिल्ली में रह रही अनुराग की मां सरोज से मोबाइल बात की तो उन्होंने कहा कि अनुराग मेरा बेटा नहीं है। दिवाना गांव में रह रहे परिवार में लगते अनुराग के चाचा महराम ने बताया कि अनुराग के पिता मनबीर पेशे से वकील थे। उनका 1992 में निधन हो गया था।
अनुराग से बना रेहान
परिजनो ने उन्हें नहीं पता कि अनुराग कब रेहान बन गया? उसके पकड़े जाने की सूचना पर ही स्वजन को धर्म परिवर्तन का भी पता चला। बांग्लादेश की महिला से विवाह करने के बारे में भी अभी पता चला है।