कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) 2025 के परिणाम संशोधन को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई को टाल दिया गया है। अब इस मामले पर कोर्ट 7 मार्च को फैसला सुनाएगा कि क्या CLAT 2025 के परिणामों में संशोधन किया जाएगा या नहीं। हालांकि, सुनवाई का समय अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। पहले यह सुनवाई 3 मार्च 2025 को निर्धारित थी।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही CLAT 2025 से संबंधित सभी याचिकाओं को हाईकोर्ट में स्थानांतरित कर दिया था। CLAT 2025 परीक्षा 1 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई थी और इसके परिणाम 7 दिसंबर 2024 को घोषित किए गए थे। लेकिन अंतिम उत्तर कुंजी में त्रुटियों के कारण परिणाम न्यायिक समीक्षा के अधीन हैं।
हाईकोर्ट ने दिया था परिणाम संशोधन का निर्देश
20 दिसंबर 2024 को दिल्ली हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के संघ (Consortium of NLUs) को CLAT 2025 के परिणामों में संशोधन करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने स्पष्ट किया था कि मूल्यांकन में हुई गलतियों को अनदेखा करना न्यायसंगत नहीं होगा।
कोर्ट ने विशेष रूप से CLAT 2025 परीक्षा के सेट A के दो प्रश्नों – प्रश्न संख्या 14 और 100 में त्रुटियां पाई थीं। न्यायालय ने इन त्रुटियों को स्वीकार करते हुए निर्णय दिया था कि प्रश्न संख्या 14 का सही उत्तर विकल्प ‘C’ होगा, जबकि प्रश्न संख्या 100 को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।
याचिकाकर्ता ने आंशिक सुधार को चुनौती दी
हालांकि, याचिकाकर्ता ने कोर्ट द्वारा उनके आपत्तियों के आंशिक स्वीकृति को चुनौती दी है। उनकी दलील है कि सेट A के प्रश्न संख्या 37, 67 और 68 में भी त्रुटियां हैं और वे अंतिम उत्तर कुंजी तथा परिणामों में और संशोधन की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट की एकल न्यायाधीश पीठ ने याचिकाकर्ता की दो आपत्तियों को सही माना और तीन अन्य को खारिज कर दिया। अब इस मामले पर हाईकोर्ट की अंतिम सुनवाई 7 मार्च को होगी।
CLAT 2025 काउंसलिंग तिथियां जल्द जारी होंगी
चूंकि CLAT 2025 के परिणामों पर कानूनी कार्यवाही चल रही है, इसलिए LLB और LLM पाठ्यक्रमों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया रुकी हुई है। परीक्षा प्राधिकरण ने पहले 26 दिसंबर 2024 को जारी होने वाली प्रथम प्रवेश सूची को भी स्थगित कर दिया था।
अब स्नातक (UG) और स्नातकोत्तर (PG) दोनों पाठ्यक्रमों के लिए काउंसलिंग की नई तिथियां दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा परिणाम संशोधन पर फैसला लेने के बाद ही घोषित की जाएंगी।
क्या है CLAT परीक्षा और इसका महत्व?
CLAT (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) भारत में विधि (लॉ) विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। इस परीक्षा के माध्यम से देश के शीर्ष राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों (NLUs) में प्रवेश मिलता है। CLAT 2025 के परिणाम संशोधन का मामला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हजारों छात्रों के भविष्य पर असर पड़ेगा।
छात्रों की प्रतिक्रिया
इस विवाद के चलते छात्र असमंजस में हैं। कई उम्मीदवारों का कहना है कि इस मामले का जल्द निपटारा होना चाहिए ताकि वे अपनी आगे की पढ़ाई की योजना बना सकें। कुछ छात्रों ने CLAT कंसोर्टियम से आग्रह किया है कि वे निष्पक्ष तरीके से परिणाम संशोधन करें और सभी त्रुटियों को सुधारा जाए।
अब सभी छात्रों और अभ्यर्थियों की नजरें 7 मार्च 2025 को होने वाली दिल्ली हाईकोर्ट की सुनवाई पर टिकी हैं। इस सुनवाई के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि CLAT 2025 के परिणामों में संशोधन होगा या नहीं और काउंसलिंग प्रक्रिया कब शुरू होगी।
















