Haryana: पलवल शहर की सफाई व्यवस्था कई वर्षों से खस्ताहाल बनी हुई है और सुधार के कोई संकेत नहीं दिख रहे। पिछले सप्ताह शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह विफल रही। पिछले महीने ही शहर की कचरा संग्रहण कंपनी का टेंडर तीन महीने के लिए बढ़ाया गया था। इसके बावजूद, सालाना आठ करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने के बाद भी शहर गंदगी से भरा हुआ है। कचरा न उठने के कारण लोग खुले में कचरा जला रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों पर खतरा बढ़ गया है।
शहर की जनसंख्या हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ी है। शहर में लगभग दो दर्जन नई कॉलोनियां विकसित हुई हैं। इसके अलावा, कुसलीपुर, धौलागढ़, काशीपुर, कीथवाड़ी, फिरोजपुर और अल्हापुर जैसे कई गांव नगरपालिका परिषद में शामिल किए गए हैं। लेकिन, शहर की सफाई संसाधन इस बढ़ती आबादी को संभालने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। यही कारण है कि जुलाई में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जारी किए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में पलवल को 824 शहरों में 427वां स्थान दिया गया।
कचरा संग्रहण कंपनियों और खर्च के बावजूद स्थिति ज्यों की त्यों
जनवरी 2021 में शहर को साफ रखने के लिए क्लासिक मैनपावर फरीदाबाद को 70 लाख रुपये प्रति माह की दर से नियुक्त किया गया। कंपनी का कार्य था घर-घर कचरा संग्रहण और शहर के कचरे का डंपिंग ग्राउंड पर निपटान करना। इसके बावजूद, शहर की सफाई व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। जिला प्रशासन ने भी सफाई में लापरवाही के कारण 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। इस साल जुलाई में कंपनी का टेंडर बढ़ाया नहीं गया और इसके बाद नगरपालिका परिषद ने भारतीय HR सॉल्यूशंस कंपनी को तीन महीने के लिए 2.4 करोड़ रुपये में ठेका दिया। अक्टूबर में उसी कंपनी का टेंडर फिर से तीन महीने के लिए बढ़ाया गया, लेकिन स्थिति वही बनी रही।
कचरा उत्पादन और शहर में गंदगी के ढेर
शहर में प्रतिदिन लगभग 110 टन कचरा उत्पन्न होता है। 2011 की जनगणना के अनुसार, शहर की कुल आबादी 2,65,000 है, यानी प्रति व्यक्ति 400 ग्राम कचरा उत्पन्न होता है। इस हिसाब से प्रतिदिन कुल 110 टन कचरा उत्पन्न होता है। राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे रोड, आगरा चौक, रसूलपुर रोड, कीथवाड़ी रोड, ओल्ड सोहना रोड, सिविल लाइंस कॉलोनी, न्यू कॉलोनी, पंथ मोहल्ला, अलावलपुर चौक, आदर्श कॉलोनी, न्यू एक्सटेंशन कॉलोनी, मोहन नगर और कैलाश नगर सहित दर्जनों स्थानों पर कचरे के ढेर दिखाई देते हैं। गंदगी और बदबू ने स्थानीय निवासियों के लिए जीवन कठिन कर दिया है और शहर में सफाई की व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

















