Haryana: साल 2022 के अंत में जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मछली मार्केट बूस्टर का उद्घाटन किया था, तो सेक्टर 52 और संजय कॉलोनी के करीब दो हजार निवासियों को उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें मीठा पानी मिलेगा। लोगों को लगा कि अब खारे और टैंकर के पानी से मुक्ति मिलेगी। लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी यह उम्मीद अधूरी ही रह गई है। नगर निगम की ओर से लगातार पानी के बिल वसूले जा रहे हैं, जबकि लोगों को अब तक मीठा पानी नहीं मिला है। इससे स्थानीय लोग बेहद नाराज़ और निराश हैं।
सेक्टर 52 की 100 से अधिक कॉलोनियों में पानी के मीटर लगाए जा चुके हैं, लेकिन जिस लाइन से मीठा पानी मिलना था, उसी से खारा पानी आ रहा है। मछली मार्केट बूस्टर फिलहाल केवल सेक्टर 22 और 23 के कुछ हिस्सों में ही पानी की आपूर्ति कर रहा है। सेक्टर 52 और संजय कॉलोनी तक पाइपलाइन तो बिछाई गई, लेकिन उसमें से अब तक मीठा पानी नहीं आया। पिछले 20 सालों से सेक्टर 52 के लोग खारे पानी के सहारे जी रहे हैं। नगर निगम ने इलाके में सड़कें और सीवरेज लाइनें तो बना दीं, लेकिन मीठे पानी की व्यवस्था नहीं की। अब हाल यह है कि लोग हर हफ्ते ₹400 खर्च कर टैंकर से पानी मंगवाते हैं, और फिर भी उन्हें निगम को पानी का बिल भरना पड़ता है।
कई बार शिकायत के बाद भी नहीं मिला समाधान
संजय कॉलोनी और सेक्टर 52 के लोग पिछले कई सालों से इस समस्या को लेकर शिकायत करते आ रहे हैं। निगम के समाधान शिविर में चार बार ताज़े पानी की शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है। नगर आयुक्त ने सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर ओमवीर और कार्यकारी अभियंता को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए थे, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय पूर्व पार्षद दयाशंकर गिरी ने बताया कि लोग हर सप्ताह टैंकर से पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं। वहीं सेक्टर 52 निवासी गिरीश शुक्ला का कहना है कि कपड़े तक खारे पानी में धोने पड़ते हैं या फिर अलग से पैसा खर्च कर टैंकर बुलाना पड़ता है। पिछले 20 वर्षों से मीठे पानी की आपूर्ति नहीं की गई है।
निगम का दावा—नई लाइन से जल्द मिलेगा मीठा पानी
स्थानीय विधायक सतीश फगना ने बताया कि जल्द ही सेक्टर 52 और संजय कॉलोनी को मछली मार्केट बूस्टर से पानी की आपूर्ति शुरू की जाएगी। इसके लिए एक नई अलग लाइन बिछाई जा रही है ताकि दोनों इलाकों तक पर्याप्त दबाव के साथ पानी पहुंच सके। वहीं नगर निगम के कार्यकारी अभियंता सतपाल ने बताया कि पुरानी लाइन जाम हो चुकी है, इसलिए अब नई पाइपलाइन से पानी की आपूर्ति की जाएगी। फिलहाल काम जारी है और जल्द ही इन दोनों क्षेत्रों को मीठा पानी मिलना शुरू हो जाएगा। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि वे तब तक इस पर विश्वास नहीं करेंगे, जब तक उनके नलों में सचमुच मीठा पानी नहीं आने लगता।

















