Haryana: क्षेत्र की ज्यादातर सड़कों की खस्ता हालत लोगों के लिए परेशानी और खतरे का कारण बन गई है। जगह-जगह गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। राहगीर घायल हो रहे हैं और वाहनों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। हैरानी की बात यह है कि इनमें से कई सड़कें हाल ही में बनी थीं, लेकिन घटिया निर्माण सामग्री और विभागीय लापरवाही के चलते ये सड़कें भी कुछ ही महीनों में टूट-फूट गईं और खतरनाक बन गईं। बरसात के मौसम में तो हालात और भी खराब हो गए हैं, जिससे सफर करना किसी जोखिम से कम नहीं रह गया।
सबसे खराब हालत भिरदाना से माजरा जाने वाली सड़क की है। बिजली घर के पास पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा मिट्टी के ढेर डालकर सड़क को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया गया है। इन मिट्टी के ढेरों पर उगी हुई घास यह दर्शाती है कि ये लंबे समय से वहीं पड़े हुए हैं और विभाग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। ग्रामीणों ने कई बार पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर कुलदीप जांगड़ा को इसकी शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। शुक्रवार सुबह भिरदाना से फतेहाबाद जा रहे सुनील और रमेश इसी मिट्टी पर फिसलकर घायल हो गए। इस घटना से नाराज लोगों ने मौके पर ही प्रदर्शन किया और सड़क से मिट्टी हटाने तथा लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सड़क किनारे झाड़ियां बनी नई मुसीबत
गड्ढों के अलावा सड़क किनारे उगी झाड़ियां भी अब यातायात के लिए बाधा बनने लगी हैं। झाड़ियों ने सड़क की चौड़ाई कम कर दी है, जिससे वाहनों को पार करने में कठिनाई हो रही है। कई जगहों पर झाड़ियों की वजह से आने-जाने वाले वाहनों को एक-दूसरे को रास्ता देने के लिए रुकना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार विभाग से सड़क की सफाई और मरम्मत की गुहार लगाई, लेकिन अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। लोगों का कहना है कि अगर एक सप्ताह के भीतर सड़क सुधार का कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे पीडब्ल्यूडी कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे। ग्रामीणों ने सरकार पर भी सवाल उठाए कि करोड़ों रुपये सड़क निर्माण पर खर्च होने के बावजूद जनता को सुविधा के बजाय परेशानी मिल रही है।
अधिकारियों का दावा — कार्रवाई होगी, लापरवाही बर्दाश्त नहीं
क्षेत्र की सबसे अधिक जर्जर सड़कें हैं — भिरदाना-माजरा, भुथनकला-अठवां मील, नदौड़ी-हसांगा, हदौली-जंडवाला सोटर, बदोपल-झलानिया, कजलहेड़ी-खजूरी जांटी, आहरवा-शेखुपुर सोटर और आयलकी-राजाबाद रोड। इन मार्गों पर गड्ढे इतने गहरे हैं कि किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है। इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता हेमंत कुमार ने बताया कि विभाग ने सभी दुर्घटना-प्रवण स्थानों को चिन्हित कर लिया है और मरम्मत कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम सभी दुर्घटनास्थलों को खत्म करने के लिए कार्य कर रहे हैं। यदि किसी कर्मचारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।” फिलहाल, स्थानीय लोगों की उम्मीदें प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं ताकि क्षेत्र की सड़कें फिर से सुरक्षित बन सकें।

















