Haryana पुलिस की कार्यप्रणाली में बदलाव आ गया है। अब राज्य के सभी जिलों में हुई अपराधिक घटनाओं का डेटा रोजाना एकत्रित किया जाएगा और अगले 24 घंटे के लिए पुलिस अधिकारियों को लक्ष्य दिए जाएंगे। पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह ने यह नई पहल शुरू की है। इस योजना के तहत हर जिले के पुलिस अधीक्षक, थाने और चौकियों के प्रभारी अब रोजाना अपने-अपने क्षेत्र की शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होंगे। अगले दिन का कार्य इसी समीक्षा के आधार पर नए लक्ष्य के साथ शुरू होगा।
ओपी सिंह ने अपने अल्प कार्यकाल में कई नई प्रयोगात्मक पहलों की शुरुआत की है। अब हर सुबह 8 बजे, राज्य के सभी जिलों से पिछली 24 घंटों में हुई अपराध घटनाओं और पुलिस कार्रवाई की जानकारी एकत्रित की जाती है। इसके बाद अधिकारियों और कर्मचारियों को अगले 24 घंटे के लिए लक्ष्य तय किए जाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे और स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करके अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ाना है। इससे पुलिस की कार्यकुशलता में सुधार हुआ है और अपराध नियंत्रण में तेजी आई है।
हाल ही में DGP ने राज्य के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मुख्य सड़कों और एक्सप्रेसवे पर हो रहे गड़बड़ी मामलों पर कड़ी नजर रखें। गुरुग्राम में हाल के समय में शिकायतों की संख्या सबसे अधिक रही है। युवा अक्सर वाहनों की छत पर बैठकर रील्स बनाते हैं और कभी-कभी शराब पीकर सड़क पर बोतलें फेंकते हैं। अब पुलिस ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
यह योजना छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करके पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करती है। हर दिन सुबह पिछली घटनाओं की समीक्षा और अगले दिन के लिए लक्ष्य तय करने से अधिकारियों में तत्परता बढ़ी है। इससे अपराध नियंत्रण में तेजी आई है और जनता को सुरक्षित वातावरण मुहैया कराने में मदद मिली है। गुरुग्राम और अन्य मुख्य शहरों में एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी, ताकि आम लोगों को सड़क पर हो रही खतरनाक गतिविधियों से राहत मिले।

















