Haryana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बीकानेर में देशनोक से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के 103 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअली उद्घाटन किया। इस सूची में हरियाणा का डबवाली रेलवे स्टेशन भी शामिल हैं, जिनका कायाकल्प अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया गया है।
डबवाली रेलवे स्टेशन के रेनोवेशन पर 13.22 करोड़ की लागत आई है, जिससे यहां सुविधाओं में भारी बढ़ोतरी हुई है।
डबवाली रेलवे स्टेशन : आधुनिकता और सुविधाओं का संगम
रेलवे प्रशासन के अनुसार डबवाली रेलवे स्टेशन को आधुनिक रूप देने के लिए 13.22 करोड़ की लागत से विभिन्न विकास कार्य किए गए हैं। अब यह स्टेशन न सिर्फ आधुनिक सुविधाओं से लैस है, बल्कि यात्रियों की सहूलियत के लिए भी पूर्ण रूप से अनुकूल बन चुका है।
यहां बैठने के लिए विशेष सुविधाएं, उच्च श्रेणी का प्रतीक्षालय, और दिव्यांगजनों के लिए विशेष शौचालय बनाए गए हैं। टिकट और पूछताछ काउंटर को भी आधुनिक रूप दिया गया है, और वेटिंग रूम में कलाकृतियां लगाई गई हैं।
यह स्टेशन पंजाब की सीमा पर स्थित है और बठिंडा से बीकानेर तक के रूट पर हरियाणा का एकमात्र रेलवे स्टेशन है। यहां से करीब 24 यात्री ट्रेनों और 30 मालगाड़ियों का आवागमन होता है।
डबवाली रेलवे स्टेशन के मुख्य आकर्षण
•आधुनिक सुविधाएं: यात्रियों के लिए बेहतर प्रतीक्षालय, पीने के पानी की व्यवस्था, वाई-फाई आदि।
•दिव्यांग अनुकूल: दिव्यांगजनों के लिए विशेष रूप से बनाए गए शौचालय और रैंप।
•सौंदर्यीकरण: स्टेशन परिसर का सौंदर्यीकरण और कलाकृतियों का प्रदर्शन।
•बेहतर पहुंच: वाहनों के लिए सुव्यवस्थित पार्किंग क्षेत्र।
ब्रिटिश काल की विरासत: डबवाली का ऐतिहासिक महत्व
रेलवे सलाहकार बोर्ड के सदस्य सुरेश मित्तल ने बताया कि डबवाली रेलवे स्टेशन का इतिहास अंग्रेजों के जमाने से जुड़ा हुआ है। सन 1895 में यहां से रेलवे लाइन (गेज मीटर वाली) बिछाने का काम शुरू हुआ था, और सन 1903 से यहां छोटी लाइन की शुरुआत हुई थी।
शुरू में बीकानेर और बठिंडा के लिए रेल सेवा शुरू हुई थी। धीरे-धीरे लंबी दूरी की गाड़ियों और मालगाड़ियों का संचालन शुरू हुआ, जिससे यह क्षेत्र व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र बन गया।
अमृत भारत योजना में शामिल कर इसके नवीनीकरण में यात्री सुविधाओं से लेकर वास्तुकला तक का ध्यान रखा गया है, जिससे इसकी ऐतिहासिक विरासत भी बनी रहे।

















