Haryana News: मूल रूप से हिसार जिले के पेटवाड़ गांव से ताल्लुक रखने वाले सूर्यकांत ने देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की है। वह हरियाणा के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने यह महान पद हासिल किया है। इस ऐतिहासिक मौके पर हिसार न्यायालय में भी वकीलों ने लड्डू बांटकर इस उपलब्धि की खुशी मनाई।
हिसार बार एसोसिएशन के एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि आज का दिन उनके लिए दिवाली और होली जैसा उल्लास लेकर आया है। उन्होंने बताया कि हिसार बार कार्यालय में शपथ ग्रहण के अवसर पर हवन किया गया और एक मेडिकल कैंप भी लगाया गया। खोवाल ने गौरव से कहा कि लाला लाजपत राय का नाम पहले से ही हिसार बार से जुड़ा था और अब सूर्यकांत के इस पद से इसे और भी चार चांद लग गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सैकड़ों वर्षों बाद भी यह दिन देश के इतिहास में याद रखा जाएगा क्योंकि हिसार बार एसोसिएशन के सदस्य सूर्यकांत अब देश के मुख्य न्यायाधीश हैं।
सीनियर वकील सुभाष गोदारा ने बताया कि वे 40 साल से सूर्यकांत से जुड़े हुए हैं और वे हमेशा गंभीर और बुद्धिमान व्यक्ति रहे हैं। उनका किताबों से गहरा लगाव रहा है और उनकी तर्क शक्ति को देखकर तत्कालीन जजों ने उन्हें प्रोत्साहित किया। केवल 38 वर्ष की आयु में वे हरियाणा के एडवोकेट जनरल भी बने। गोदारा ने कहा कि सूर्यकांत हरियाणा के इतिहास में पहली बार ऐसे पद पर पहुंचे हैं जो पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है।
युवा अधिवक्ता सचिन दहिया ने कहा कि यह क्षण उनके लिए गर्व और उत्साह से भरा है। शपथ ग्रहण के अवसर पर हिसार बार ने रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया जिसमें सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सचिन ने कहा कि इस रक्तदान से किसी जरूरतमंद की जान बचाई जा सकेगी और यह खुशी के साथ सेवा का भी संदेश है। उन्होंने आशा जताई कि हिसार के और अधिवक्ता भी ऊंचे पदों पर पहुंचकर जिले का नाम रोशन करेंगे।

















