Haryana News: हरियाणा के करनाल जिले में एक बड़ा धान घोटाला सामने आया है। यहां खाद्य आपूर्ति विभाग के चार निरीक्षक यशवीर सिंह, संदीप शर्मा, समीर वशिष्ठ, लोकेश और एक सहायक निरीक्षक रामफल को विभाग ने निलंबित कर दिया है। इन अधिकारियों पर 20 करोड़ रुपये के धान घोटाले का आरोप है।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के महानिदेशक अंशज सिंह ने इस गंभीर मामले को लेकर पांचों अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं। हालांकि इस मामले में सदर और तरावड़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज हुए 26 दिन हो चुके थे, लेकिन विभाग ने अब जाकर निलंबन की कार्रवाई की है।
यह घोटाला सलारू गांव में स्थित बतान फूड्स नामक मिल में सामने आया। विभाग की टीम ने यहां भौतिक सत्यापन किया। जांच के दौरान पता चला कि मिल में 12,659.62 क्विंटल धान कम पाया गया है। सरकारी कीमत के अनुसार इस धान की कीमत लगभग 3 करोड़ 54 लाख 46 हजार 936 रुपये बनती है। इस बात से स्पष्ट हो गया कि यह सरकारी धान गबन कर लिया गया है।
यह बड़ा मामला इस बात की ओर संकेत करता है कि सरकारी राशन आपूर्ति व्यवस्था में गड़बड़ी हो रही है। विभाग ने कड़ा कदम उठाते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। निलंबन का मतलब है कि आरोपित अधिकारी फिलहाल अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त रहेंगे, जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती।
करनाल में यह मामला सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर चिंता का विषय बना हुआ है। लोगों की उम्मीद है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले और भविष्य में ऐसे भ्रष्टाचार पर रोक लगे।
सरकारी राशन घोटाले के खिलाफ कड़े कदम उठाकर विभाग ने अपनी साख बचाने की कोशिश की है। आगे भी जांच जारी रहेगी ताकि पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके।

















