Breaking News: चंडीगढ़ नगर निगम ने शहर में खुलेआम कूड़ा जलाने के मामलों को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए साफ कर दिया है कि नियम तोड़ने वालों को अब किसी भी तरह की राहत नहीं दी जाएगी। निगम की यह नीति आम नागरिकों से लेकर निगम से जुड़े कर्मचारियों तक सभी पर समान रूप से लागू होगी। इसी कड़ी में नगर निगम ने अपने ही एक आउटसोर्स सफाई कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है
जुर्माना भी लगाया गया। इतना ही इसके साथ ही उस पर जुर्माना भी लगाया गया है। इस कार्रवाई के बाद निगम ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि पर्यावरण नियमों की अनदेखी अब किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।नगर निगम अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई केवल एक कर्मचारी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक उदाहरण है ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति खुले में कूड़ा जलाने की हिम्मत न करे। निगम का कहना है कि कूड़ा जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ता है, जिससे आमजन के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है।Breaking News
खासकर सर्दियों के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए निगम ने कचरा जलाने पर जीरो टॉलरेंस की नीति लागू की है। यह मामला चंडीगढ़ के सेक्टर-44 का है, जहां तैनात आउटसोर्स सफाई कर्मचारी रविंदर कुमार को खुले में कूड़ा जलाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। जांच के दौरान सामने आया कि कर्मचारी ने म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नियमों का सीधा उल्लंघन किया है।
इसके बाद नगर निगम ने उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए 6701 रुपये का चालान काटा और उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। संबंधित कर्मचारी लायंस सर्विसेज एजेंसी के माध्यम से नगर निगम में तैनात था। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि यह स्पष्ट किया गया है कि यदि निगम से जुड़ा कोई भी कर्मचारी नियम तोड़ते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।Breaking News
इसमें सस्पेंशन के साथ-साथ सेवा समाप्ति तक के प्रावधान शामिल हैं। निगम का मानना है कि जब तक अपने कर्मचारियों पर सख्ती नहीं होगी, तब तक आम लोगों में नियमों के प्रति जागरूकता नहीं आ पाएगी।नगर निगम ने शहरवासियों से भी अपील की है कि वे कूड़ा जलाने से बचें और ठोस कचरा प्रबंधन नियमों का पालन करें।Breaking News
दी चेतावनी: चेतावनी दी गई है कि भविष्य में यदि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह आम नागरिक हो या कर्मचारी, कूड़ा जलाते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निगम का कहना है कि स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त चंडीगढ़ बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी है।Breaking News

















