Haryana सरकार ने इस बार बीपीएल कार्डधारकों के लिए दिसंबर माह के राशन में बाजरा शामिल नहीं किया है। पिछले सालों में दिसंबर से फरवरी तक राशन कार्डधारकों को पांच किलो अनाज में दो किलो मोटा अनाज (जैसे बाजरा) और तीन किलो गेहूं के साथ-साथ चीनी और सरसों का तेल भी दिया जाता था। लेकिन इस बार सरकार ने बाजरे की जगह पूरे पांच किलो गेहूं देने का निर्णय लिया है।
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इस बार बाजरा नहीं दिया जा सका क्योंकि सरकार बाजरा खरीदने में असफल रही। मानसून के दौरान हुई बारिश के कारण बाजरा की फसल को नुकसान पहुंचा और सरकार, अपनी पूरी कोशिशों के बावजूद, इसे खरीदी नहीं कर सकी। इसके साथ ही फसल सड़ने का भी खतरा था, जिसके कारण इसे राशन में शामिल करना संभव नहीं हो पाया।
BPL परिवारों को करना पड़ेगा बाजरा बाजार से खरीद
डिपोधारकों को भी पहले नहीं पता था कि नवंबर में न भेजे गए बाजरे को दिसंबर के राशन में शामिल किया जाएगा या नहीं। लेकिन अब सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि दिसंबर के क्वोटा में बाजरे की जगह गेहूं दिया जाएगा। इसके कारण बीपीएल परिवारों को बाजरा बाजार से खरीदना पड़ेगा। सरकार केवल गेहूं देकर इस कमी की पूर्ति कर रही है।
सर्दियों में बाजरे का महत्व
सर्दियों में बाजरा खाने की परंपरा इसलिए भी प्रिय है क्योंकि यह शरीर को गर्माहट प्रदान करता है। बाजरे की खिचड़ी और रोटी सेहत के लिए भी लाभकारी मानी जाती है। हालांकि इस बार राशन में बाजरा न मिलने से कुछ परिवारों को परेशानी हो सकती है, लेकिन गेहूं की उपलब्धता के साथ, न्यूनतम पोषण की पूर्ति की जा सकेगी। बीपीएल कार्डधारकों को सलाह दी गई है कि वे बाजरा बाजार से खरीदकर अपनी पोषण आवश्यकताओं को पूरा करें।

















