Green Line Metro: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों के लिए यात्रा और ट्रैफिक से राहत की दिशा में एक और बड़ी पहल की गई है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने मेट्रो के चौथे चरण के तहत इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक ग्रीन लाइन के विस्तार की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए डिजाइन और निर्माण कार्य के टेंडर भी आमंत्रित कर दिए गए हैं.
12.3 किलोमीटर लंबी होगी नई मेट्रो लाइन
इस नए विस्तार के अंतर्गत ग्रीन लाइन का 12.3 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर विकसित किया जाएगा, जो दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों को मध्य और पूर्वी दिल्ली से जोड़ेगा. इस रूट पर 10 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. जिससे दिल्लीवासियों को और बेहतर सार्वजनिक परिवहन सुविधा मिल सकेगी.
इन इलाकों में बनेंगे नए स्टेशन
DMRC के टेंडर डॉक्यूमेंट्स के अनुसार, इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक जिन 10 नए मेट्रो स्टेशनों का निर्माण प्रस्तावित है, उनमें शामिल हैं:
इंद्रलोक
दयाबस्ती
अजमल खान पार्क
झंडेवालान मंदिर
नबी करीम
नई दिल्ली
दिल्ली गेट
दिल्ली सचिवालय
इंद्रप्रस्थ
इनमें से चार स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे. जबकि नबी करीम में एक अतिरिक्त एंट्री और एग्जिट प्वाइंट भी बनाया जाएगा.
पांच इंटरचेंज स्टेशन से बढ़ेगी कनेक्टिविटी
इस ग्रीन लाइन विस्तार में पांच इंटरचेंज स्टेशन भी शामिल होंगे. ये स्टेशन मेट्रो की प्रमुख लाइनों से इस कॉरिडोर को जोड़ेंगे:
इंद्रलोक (रेड लाइन)
नबी करीम (मैजेंटा लाइन से प्रस्तावित कनेक्टिविटी)
नई दिल्ली (एयरपोर्ट एक्सप्रेस और येलो लाइन)
दिल्ली गेट (वॉयलेट लाइन)
इंद्रप्रस्थ (ब्लू लाइन)
इन इंटरचेंज पॉइंट्स से यात्रियों को एक रूट से दूसरे रूट पर ट्रांजिट करना बेहद आसान हो जाएगा.
लाजपत नगर–साकेत जी ब्लॉक रूट होगा गोल्डन लाइन का हिस्सा
दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण में लाजपत नगर से साकेत G ब्लॉक तक 8 किलोमीटर लंबे रूट को अब एक नई गोल्डन लाइन में शामिल किया जाएगा. यह लाइन दक्षिण दिल्ली को अन्य हिस्सों से जोड़ेगी और मेट्रो नेटवर्क को और मजबूत बनाएगी.
हरियाणा के यात्रियों को भी मिलेगा सीधा लाभ
इस ग्रीन लाइन एक्सटेंशन का लाभ सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा. बल्कि हरियाणा के बहादुरगढ़ जैसे सीमावर्ती क्षेत्र के यात्रियों को भी इससे बेहतर और तेज़ कनेक्टिविटी मिलेगी. इससे हरियाणा से दिल्ली के मध्य और पूर्वी इलाकों तक सीधी मेट्रो सेवा संभव होगी, जिससे हजारों दैनिक यात्रियों को सुविधा मिलेगी.
2029 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट
सरकारी सूत्रों के अनुसार इस मेट्रो विस्तार परियोजना को 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. परियोजना की स्वीकृति इस वर्ष मार्च 2025 में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में दी गई थी. अब जब टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है, तो जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा.
यात्रियों को मिलेगा मेट्रो का नया अनुभव
इस विस्तार के साथ दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क और अधिक घना और सुविधाजनक हो जाएगा. जिन इलाकों में अब तक मेट्रो नहीं पहुंचती थी. वहां भी मेट्रो सेवाएं शुरू हो सकेंगी. इससे दिल्ली की ट्रैफिक समस्या में कमी और सार्वजनिक परिवहन की दक्षता में इजाफा होगा.

















