करीब पाच साल से जगह को लेकर रूका हुआ था काम, अब बनी सहमति
Haryana: कस्बा वासियों के लिए बडी राहत भरी खबर है। लंबे संघर्ष के बाद वर्षो पुरानी मांग अब पूरी होने वाली है। धारूहेड़ा थाना के समीप 200 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मंजूरी मिल चुकी है।
हाइवे पर घायलों को मिलेगा फायदा
धारूहेड़ा से रेवाड़ी जाने में करीब एक घंटा समय लग जाता है और जब रेवाड़ी नागरिक अस्पताल से किसी मरीज को रेफर किया जाता है तो रोहतक जाने में करीब दो घंटे या उससे ज्यादा का समय लग जाता है। ऐसे में तीन घंटे बर्बाद हो जाते हैं। अस्पताल बनने के बाद इन समस्याओं से निजात मिल जाएगी। मरीजो का समय पर इलाज मिल सकेगा।
डेढ कनाल में बनेगा अस्पताल
नगर पालिका की ओर से 10 एकड जमीन को प्रस्ताव तैयार करके भेजा गया है। अस्पताल भवन के लिए धारूहेड़ा थाना के समीप डेढ एकड जमीन भी चिह्नित की जा चुकी है। धारूहेडा में नपा की ओर से जमीन फाईनल नहीं होने के चलते कार्य अटका हुआ था।
हजारों श्रमिकों को भी मिलेगा फायदा: धारूहेड़ा में छोटी.बड़ी करीब 100 से अधिक औद्योगिक इकाइयों में करीब 60 हजार से अधिक श्रमिक काम करते हैं। इस अस्पताल के बनने से बड़ा फायदा श्रमिकों को मिलेगा। इलाज के लिए , रेवाडी, गुरुग्राम और मानेसर में उपचार के लिए नहीं जाना पड़ेगा। मौजूदा समय में धारूहेड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है तथा न ही कोई ईएसआई अस्पताल है।
धारूहेड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर स्थित है। राजमार्ग पर अस्पताल होना भी जरूरी है क्योंकि सड़क दुर्घटनाओं के गंभीर रूप से घायल होने वाले मरीजों को आपातकालीन की आवश्यकता होती है।
अनिल यादव, एडवोकेट
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अस्पताल के लिए जगह के अभव मे काम अटका हुआ था। नपा की ओर से थाने के पीछे 10 एकड जमीन का प्रस्ताव पास कर इस चंडीगढ भेजा गया है । पहले 50 बेड का तथा बाद में इसे बडा किया जाएगा।
डा जयप्रकाश, पीएससी प्रभारी, धारूहेडा
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