JLN Stadium demolition: दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम अब इतिहास बनने जा रहा है. खेल मंत्रालय ने इस ऐतिहासिक स्टेडियम को ध्वस्त करने का फैसला लिया है. 1982 में एशियाई गेम्स के लिए बनाया गया ये स्टेडिमय कई ऐतिहास पलों का गवाह बना है. 15 साल पहले 961 करोड़ की लागत से स्टेडियम का नवीनीकरण किया गया था. लेकिन सवाल उठता है कि आखिर अब इस स्टेडियम को तोड़ने की बात क्यों की जा रही है?
Jawaharlal Nehru Stadium News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में खेल जगत से जुड़ी एक बड़ी योजना पर काम शुरू हो गया है। खेल मंत्रालय के सूत्रों ने सोमवार (10 नवंबर) को बताया कि देश की राजधानी में स्थित ऐतिहासिक जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को तोड़कर एक “स्पोर्ट्स सिटी” बनाने की योजना पर विचार चल रहा है। इस स्पोर्ट्स सिटी में देश और विदेश के सभी प्रमुख खेलों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, साथ ही खिलाड़ियों के लिए आवास और प्रशिक्षण केंद्र भी तैयार किए जाएंगे। मंत्रालय का कहना है कि इसका उद्देश्य भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों की नई पहचान दिलाना है।Delhi News
तोड़ा जाएगा नेहरू स्टेडियम, बदले जाएंगे दफ्तर
सूत्रों के मुताबिक, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को पूरी तरह से ध्वस्त (demolish) किया जाएगा। स्टेडियम के अंदर मौजूद सभी सरकारी और खेल कार्यालयों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने की तैयारी भी शुरू हो गई है। इसमें राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) और नेशनल डोप टेस्टिंग लैबोरेटरी (NDTL) जैसे प्रमुख संस्थान भी शामिल हैं। इन कार्यालयों के लिए अस्थायी वैकल्पिक स्थल चिन्हित किए जा रहे हैं ताकि प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद किसी तरह की रुकावट न हो। मंत्रालय का कहना है कि स्टेडियम के पुनर्निर्माण के बाद यहां का हर कोना खेल संस्कृति और खिलाड़ियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया जाएगा।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम की 102 एकड़ की भूमि को पूरी तरह से नए रूप में विकसित किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट फिलहाल प्रस्ताव के चरण में है, इसलिए अभी तक इसकी समयसीमा तय नहीं की गई है। मंत्रालय इस परियोजना के लिए विश्व स्तरीय मानकों को ध्यान में रख रहा है। सूत्रों के अनुसार, क़तर और ऑस्ट्रेलिया की स्पोर्ट्स सिटीज़ का अध्ययन किया जा रहा है ताकि दिल्ली की स्पोर्ट्स सिटी का ढांचा उन्हीं की तरह आधुनिक और बहुउद्देश्यीय हो सके। योजना के अंतिम मसौदे के बाद इसे केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा।Delhi News
इन सुविधाओं से लैस होगी स्पोर्ट्स सिटी
नई स्पोर्ट्स सिटी में सभी प्रमुख खेलों के अलावा खिलाड़ियों के लिए भी सुविधा होगी. जिस तरह से अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में क्रिकेट के साथ ही एथलेटिक्स और वॉटर स्पोर्ट्स समेत अन्य खेलों के लिए सुविधाएं हैं, उसी तरह से स्पोर्ट्स सिटी को बनाया जाएगा. हालांकि सूत्रों के मुताबिक इसमें हाईटेक सुविधाएं ज्यादा होंगी.
नया स्पोर्ट्स सिटी कॉम्प्लेक्स एक मल्टी-स्पोर्ट हब होगा, जहां एथलेटिक्स, क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, हॉकी, स्विमिंग और इंडोर गेम्स जैसी सभी प्रमुख खेलों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र, जिम, मेडिकल सपोर्ट सिस्टम और रिहायशी परिसर भी बनाए जाएंगे। इस स्पोर्ट्स सिटी को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की तर्ज पर विकसित किया जाएगा, जो देश में खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर का एक उत्कृष्ट उदाहरण बन चुका है।
खेल मंत्रालय का मानना है कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद दिल्ली एशियाई या कॉमनवेल्थ जैसे बड़े अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी करने में सक्षम हो जाएगी। यह भारत को खेल पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन के नए युग में प्रवेश दिलाने वाला कदम साबित हो सकता है।

















