
Breaking News: हरियाणा में आजकल ये कहावत फिर से चरितार्थ हो रही है। चाहे वह कोई भी महकमा क्यों न हों। सरकार चाहे कोई भी लेकिन भ्रष्टाचार कम होने का नाम नही ले रहा है। रेवाड़ी मे मुख्यमंत्री उड़नदस्ते व आरटीए की टीम गुरूवार को मिलकर ओवरलोड डंपरों पर बड़ी कार्रवाई की है।
इस कार्रवाई को लेकर कई सवाल उड रहे है क्या एक दिन में हाईवे से 19 डंपर ही गुजरे है। क्या बाकी ओवरलोड थे। या फिर ये कहे कि इनकी मंथली नहीं पहुंची… ऐसे कई सवाल इस कार्रवाई में झलक रहे है।
रोज गुजरते है 200 से ज्यादा डंपर: हाईवे पर कई जगह कैमरे लगे हुए है। आमजनता के चालान कैमरे से बडी आसनी से कर दिए जाते है तो फिर इन डंपरो के चालान क्यों की । शायद इन सवालों का किसी के पास कोई जबाब नही है।
कार्रवाई के नाम खाना पूर्ति: सही बात तो यह है प्रशासन की ओर से कार्रवाई के नाम खानापूर्ति की जाती है। पूरे महीने जेब भरोे ओर फिर एक दिन कुछ चालान करते जनता को यह दिखा तो ही ईमानदारी से कार्य हो रहा है। सबको पता है हाईवे से रोजना 200 से ज्यादा ओवरलोढ वाहन गुजर है सभी पर कार्रवाई क्यों नहीं।
लगाया जुर्माान: गुरूवार को विभाग की टीम ने 19 ओवरलोड डंपरों की जांच की तो किसी के पास दस्तावेज पूरे नहीं मिले। आरटीए विभाग ने ओवरलोड डंपरों का चालान कर 18 लाख 37 हजार रुपये का जुर्माना करके जब्त कर लिया है।
बता दे कि टीम ने गुरूवार को एनएच-48 पर जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर से लेकर कसोला चौक तक नाकेबंदी की गई। फिर से डंपरों को एक-एक कर चेक किया गया। उसके बाद पाया कि 19 डंपर ओवरलोड हैं और किसी के पास दस्तावेज पूरे नहीं मिले।