CM Bhagwant Mann 1 दिसंबर को जापान के 10 दिन के ऑफिशियल दौरे पर जाएंगे, जो राज्य सरकार के इकोनॉमिक डेवलपमेंट प्लान में एक अहम कदम होगा। इस दौरे की खास बात यह है कि पारंपरिक इन्वेस्टमेंट कॉन्फ्रेंस के बजाय, मान सरकार ने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी के इंडस्ट्रियलिस्ट को पंजाब में इन्वेस्ट करने के लिए बुलाया है।
यह स्ट्रैटेजी दिखाती है कि आम आदमी पार्टी सरकार पुराने तरीकों से हटकर प्रोएक्टिव और सीधा तरीका अपना रही है। जापान दौरे के दौरान, मुख्यमंत्री मान टोक्यो और सपोरो जाएंगे, जहां उनका 25 बड़ी जापानी कंपनियों के प्रतिनिधियों से मिलने का प्लान है। इंडस्ट्री मिनिस्टर और चीफ सेक्रेटरी भी इस ज़रूरी दौरे पर मुख्यमंत्री के साथ रहेंगे, जो इस मिशन की गंभीरता को दिखाता है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि जापानी कंपनियाँ अपनी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, डिसिप्लिन्ड वर्क कल्चर और लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट अप्रोच के लिए जानी जाती हैं। अगर पंजाब इन कंपनियों को अट्रैक्ट करने में कामयाब हो जाता है, तो यह राज्य के इंडस्ट्रियल माहौल में क्रांति ला सकता है। जापानी ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग कंपनियाँ पंजाब के युवाओं के लिए नौकरी के नए मौके खोल सकती हैं। इकोनॉमिक एक्सपर्ट्स पंजाब सरकार की इस पहल को पॉजिटिव तरीके से देख रहे हैं। एक सीनियर इकोनॉमिस्ट के मुताबिक, “भगवंत मान सरकार ने महसूस किया है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स को अट्रैक्ट करने के लिए, उसे घर पर इंतज़ार करने के बजाय उनके दरवाज़े खटखटाने चाहिए।”
यह दौरा दिखाता है कि पंजाब सरकार अपनी इकोनॉमी को मज़बूत करने में सीरियसली दिलचस्पी रखती है। हाल के सालों में, पंजाब ने खेती-बाड़ी पर आधारित इकोनॉमी से इंडस्ट्रियल डाइवर्सिफिकेशन की ओर बढ़ने की कोशिश की है, और यह जापान दौरा उसी दिशा में एक सोचा-समझा कदम लगता है।
इस दौरे की तैयारी काफी समय से चल रही थी। सूत्रों के मुताबिक, पंजाब सरकार ने जापानी कंपनियों को अट्रैक्ट करने के लिए खास प्रपोज़ल तैयार किए हैं, जिसमें ज़मीन अलॉटमेंट में आसानी, टैक्स में छूट और सिंगल-विंडो सिस्टम जैसे प्रोविज़न शामिल हैं।
मुख्यमंत्री के साथ एक एक्सपर्ट टीम भी होगी जो जापानी इंडस्ट्रियलिस्ट्स को पंजाब की ज्योग्राफिकल लोकेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर और स्किल्ड मैनपावर की अवेलेबिलिटी के बारे में डिटेल्ड जानकारी देगी। दिल्ली से पंजाब की नज़दीकी और नेशनल हाईवे के ज़रिए अच्छी कनेक्टिविटी इसे एक अट्रैक्टिव इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाती है।
भगवंत मान सरकार ने पिछले दो सालों में कई रिफॉर्म इनिशिएटिव किए हैं, जिससे इन्वेस्टर्स को पॉजिटिव सिग्नल मिले हैं। करप्शन रोकने, एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रांसपेरेंसी और ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस की दिशा में उठाए गए कदमों से पंजाब की इमेज बेहतर हुई है।
जापान का यह दौरा इन कोशिशों को इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर दिखाने का मौका देता है। राज्य सरकार का मकसद सिर्फ़ बड़े इन्वेस्टमेंट तक ही सीमित नहीं है, बल्कि टेक्नोलॉजिकल पार्टनरशिप भी बनाना है जिससे पंजाब के युवा नई स्किल सीख सकें और ग्लोबल स्टैंडर्ड पर काम कर सकें।
यह खबर सोशल मीडिया पर पॉपुलर हो रही है। पंजाब के युवा इस पहल का स्वागत कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि इस दौरे से रोज़गार के नए मौके खुलेंगे। एक लोकल एंटरप्रेन्योर ने कहा, “हमें एक ऐसे मुख्यमंत्री की ज़रूरत थी जो सिर्फ़ घोषणाएं न करे बल्कि इन्वेस्टर्स से पर्सनली मिले और पंजाब को आगे बढ़ाने के लिए ठोस कोशिश करे। यह दौरा उस दिशा में एक पॉज़िटिव संकेत है।” कई बिज़नेस ऑर्गनाइज़ेशन ने भी मुख्यमंत्री की इस पहल की तारीफ़ की है और सफल दौरे की उम्मीद जताई है।
जापान के साथ पंजाब के रिश्ते नए नहीं हैं, लेकिन यह पहली बार है जब मुख्यमंत्री के लेवल पर इतना लंबा और फोकस्ड दौरा हुआ है। जापानी कल्चर दुनिया भर में डिसिप्लिन, क्वालिटी और इनोवेशन के लिए मशहूर है, और अगर यह कल्चर पंजाब के इंडस्ट्रियल सेक्टर तक पहुँचता है, तो यह राज्य के वर्क कल्चर में पॉजिटिव बदलाव ला सकता है।
चीफ मिनिस्टर का सपोरो का दौरा, जो अपनी टेक्नोलॉजी और इनोवेशन हब के लिए मशहूर शहर है, खास तौर पर इसलिए अहम है क्योंकि वहाँ कई स्टार्टअप और मीडियम साइज़ की कंपनियाँ हैं जो विदेश में फैलने का प्लान बना रही हैं।
यह दौरा पंजाब सरकार की बड़ी इकोनॉमिक स्ट्रैटेजी का हिस्सा है, जिसमें राज्य को नॉर्थ इंडिया में एक बड़ा इंडस्ट्रियल हब बनाना शामिल है। हाल के महीनों में, मान सरकार ने कई इंडस्ट्रियल पार्क अनाउंस किए हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए बड़े बजट दिए हैं।
इन प्लान को तेज़ करने में जापानी इन्वेस्टमेंट अहम रोल निभा सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर पंजाब जापानी कंपनियों को अट्रैक्ट करने में कामयाब होता है, तो इससे दूसरे डेवलप्ड देशों में भी बदलाव आ सकता है। यह दूसरे देशों के इन्वेस्टर्स के लिए भी एक पॉजिटिव सिग्नल होगा।
चीफ मिनिस्टर भगवंत मान का जापान दौरा सिर्फ एक डिप्लोमैटिक ट्रिप नहीं है, बल्कि पंजाब के इकोनॉमिक गोल्स की झलक है। 25 बड़ी कंपनियों के साथ सीधी बातचीत, सीनियर अधिकारियों की मौजूदगी और 10 दिन का खास प्रोग्राम दिखाता है कि सरकार इस मौके को गंभीरता से ले रही है।
















