Haryana के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को बडा झटका
राज्य के 14 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों के लगभग एक लाख शिक्षक ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार

Haryana के सरकारी स्कूलों के शिक्षक अपनी पसंदीदा स्कूल में तैनाती के लिए अभी और इंतजार करेंगे। शिक्षा विभाग ने पहले 31 मार्च तक ऑनलाइन तबादलों की प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब इस समयसीमा को बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि शिक्षकों को गर्मी की छुट्टियों के बाद ही नई स्कूल में पढ़ाने का अवसर मिलेगा।
ऑनलाइन ट्रांसफर शुरू होने का इंतजार कर रहे शिक्षक
राज्य के 14 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों के लगभग एक लाख शिक्षक ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में शिक्षा मंत्री महिपाल धांडा ने स्वयं स्वीकार किया कि ऑनलाइन ट्रांसफर की प्रक्रिया 31 मई तक ही पूरी हो सकेगी।
हालांकि, शिक्षकों के लिए राहत की बात यह है कि उन्हें उनके जिला और ब्लॉक में ही तैनाती का प्राथमिकता दी जाएगी ताकि सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम बेहतर हो सकें। छात्र-शिक्षक अनुपात के अनुसार पदों के पुनर्संयोजन (रैशनलाइजेशन) का कार्य भी शुरू कर दिया गया है, जो 7 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।
शिक्षा निदेशक ने बुलाई बैठक
तबादलों की प्रक्रिया को व्यवस्थित करने के लिए शिक्षा निदेशक ने मंगलवार को चंडीगढ़ में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में मॉडल संस्कृत और पीएम श्री स्कूलों में तबादला नीति को अंतिम रूप देने पर चर्चा होगी।
सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को बुलाया गया
बैठक में सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी और मॉडल संस्कृत एवं पीएम श्री स्कूलों के प्रधानाचार्य मौजूद रहेंगे। उनसे तबादला नीति में सुधार के लिए सुझाव लिए जाएंगे। शिक्षकों के संगठन इस बात पर दबाव बना रहे हैं कि मॉडल संस्कृत और पीएम श्री स्कूलों के सभी पदों को तबादला प्रक्रिया में शामिल किया जाए ताकि सभी शिक्षक इन स्कूलों का विकल्प चुन सकें।
शिक्षक संगठनों ने रखी अपनी मांगें
हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (HASLA) के राज्य अध्यक्ष सतपाल सिंधु ने शिक्षक तबादला नीति-2023 में ब्लॉक आधारित पसंद को हटाकर जोन आधारित पसंद को शामिल करने की मांग की है। उन्होंने सुझाव दिया कि सेवा अवधि के अंक मेरिट अंकों में जोड़े जाएं, राज्य में कार्यरत सभी दंपत्ति शिक्षकों को ‘कपल केस’ के तहत अतिरिक्त अंक दिए जाएं, परीक्षा परिणामों को भी मेरिट सूची में शामिल किया जाए और एक कक्षा में अधिकतम 35 छात्रों को रखने का प्रावधान किया जाए।
पहले चरण में इन स्कूलों के होंगे तबादले
तबादला प्रक्रिया के पहले चरण में पीएम श्री और मॉडल संस्कृत स्कूलों में शिक्षकों का तबादला किया जाएगा। इसके बाद, अन्य सभी स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।
शिक्षकों को कब तक मिलेगा मनचाहा स्कूल?
शिक्षा विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, तबादला प्रक्रिया मई 2024 के अंत तक पूरी कर ली जाएगी। इसका सीधा मतलब यह है कि शिक्षक गर्मी की छुट्टियों के बाद ही अपने नए स्कूल में कार्यभार संभाल सकेंगे।
इस फैसले से कई शिक्षकों को निराशा हुई है, क्योंकि वे लंबे समय से अपने इच्छित स्कूल में तैनाती की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हालांकि, शिक्षा विभाग का कहना है कि नई तबादला नीति को पारदर्शी और शिक्षकों के हित में तैयार किया जा रहा है, जिससे आने वाले वर्षों में तबादला प्रक्रिया अधिक सुचारु रूप से हो सकेगी।