Electricity Theft Prevention: बिजली चोरी को रोकने और खपत पर सीधी निगरानी रखने के लिए विद्युत विभाग ने अब नई तकनीक के साथ सख्ती शुरू कर दी है. विभाग ने घोषणा की है कि शहर के सभी ट्रांसफार्मरों पर जल्द ही डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर मीटर (DT मीटर) लगाए जाएंगे. इस पहल का उद्देश्य बिजली की खपत और आपूर्ति के बीच के अंतर को पकड़ना और बिजली चोरी पर तुरंत कार्रवाई करना है.Electricity Theft
DT मीटर से क्या होगा फायदा?
DT मीटर से जुड़े हर ट्रांसफार्मर पर निगरानी रखना आसान हो जाएगा. इससे विभाग यह देख पाएगा कि किसी खास ट्रांसफार्मर से जुड़ी कितनी बिजली भेजी गई और कितनी खपत हुई. इस आंकड़े को संबंधित घरों या दुकानों में लगे मीटर की रीडिंग से मिलाया जाएगा. अगर दोनों के बीच अंतर पाया गया, तो यह संभावित बिजली चोरी का संकेत होगा.
कैसे होगी बिजली चोरी की पहचान?
विद्युत विभाग अब ट्रांसफार्मर की मीटर रीडिंग और उपभोक्ताओं के मीटर की रीडिंग की तुलना करेगा. अगर किसी इलाके में ट्रांसफार्मर से ज्यादा बिजली सप्लाई हो रही है और उपभोक्ताओं के बिल उससे कम आ रहे हैं, तो ऐसे मामलों की तत्काल जांच की जाएगी. इस प्रक्रिया से चोरी की पहचान करना और उस पर कार्रवाई करना काफी आसान हो जाएगा.
डीटी मीटर का शहरभर में शुरू हुआ इंस्टॉलेशन
शहरी सहायक विद्युत अभियंता शिव शंकर सिंह ने जानकारी दी कि सभी ट्रांसफार्मरों पर डीटी मीटर लगाए जा रहे हैं. इस कदम से विभाग को इलाकेवार बिजली की निगरानी करने में सहूलियत मिलेगी और जिन क्षेत्रों में बिजली चोरी ज्यादा है. उन्हें चिन्हित कर वहां फील्ड चेकिंग और छापेमारी की जाएगी.
मौजूदा बिजली नुकसान को कम करने की कवायद
बिजली विभाग को अक्सर लाइन लॉस (तकनीकी और गैर-तकनीकी हानि) का सामना करना पड़ता है. इसमें सबसे बड़ा कारण बिजली चोरी होता है. DT मीटर लगाने से न केवल चोरी रोकी जा सकेगी. बल्कि बिजली के नुकसान की सही मात्रा और स्थान की पहचान भी हो सकेगी.Electricity Theft
टेक्नोलॉजी से निगरानी होगी मजबूत
DT मीटर की मदद से विभाग एक डिजिटल प्रणाली के ज़रिए हर ट्रांसफार्मर का डाटा कलेक्ट करेगा. जिसे एक केंद्रीकृत सिस्टम से रियल टाइम मॉनिटर किया जा सकेगा. इससे हर समय बिजली के फ्लो पर निगरानी रखी जा सकेगी.
बिजली चोरी पर होगी सीधी कार्रवाई
जैसे ही किसी इलाके में DT मीटर और घरेलू मीटर के डाटा में गड़बड़ी पकड़ी जाएगी. वैसे ही वहां फील्ड स्टाफ को भेजकर मौके पर जांच और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. इससे ईमानदार उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी और बिजली बिलों में पारदर्शिता बढ़ेगी.
अधिकारियों ने की अपील
बिजली विभाग ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे बिजली की वैध खपत करें और किसी भी अनधिकृत कनेक्शन या जुड़ाव की सूचना विभाग को दें. विभाग की यह पहल बिजली की गुणवत्ता और सप्लाई सुधारने की दिशा में एक अहम कदम है.

















