Breaking News: हरियाणा में ऐसा कोई जिला नहीं है जहां टीचर सही कार्य कर रहे हो। सरेआम हरियाणा के हर जिले में शिक्षा विभाग के आदेशों की अनदेखी की जा रही है। हरियाणा के अगर अकेले रेवाड़ी जिले की बात करे तो करीब 29 फीसदी सरकारी स्कूल ऐसे पाए गए हैं, जहां शिक्षक न तो अपनी उपस्थिति एमआईएस (प्रबंधन सूचना प्रणाली) पोर्टल पर दर्ज कर रहे हैं और न ही विद्यार्थियों की उपस्थिति को सही तरीके से अपडेट किया जा रहा है।Breaking News
गिरेगी गाज: बता दे बार बार कहने के बावजूद शिक्षक इसको लेकर गंभीर नहीं है। यह स्थिति उस समय सामने आई है जब सत्र की शुरुआत में ही विभाग ने सभी शिक्षकों को पोर्टल पर नियमित उपस्थिति दर्ज करने के स्पष्ट निर्देश दिए थे।
शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश भर के ऐसे स्कूलों की सूची जारी कर स्थानीय अधिकारियों से जवाब मांगा है। इस सूची में रेवाड़ी जिले के 180 से अधिक स्कूल शामिल हैं। जिले में कुल 643 सरकारी प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं, जिनमें लगभग 60 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यह लापरवाही न केवल शिक्षा व्यवस्था की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि विद्यार्थियों की वास्तविक उपस्थिति का सही आकलन भी प्रभावित कर रही है।
निदेशालय स्तर पर एमआईएस पोर्टल की नियमित निगरानी की जा रही है और रोजाना स्कूलों की रिपोर्ट ली जा रही है।
अधिकारियों का कहना है कि यदि अब भी स्कूल मुखिया और शिक्षक उपस्थिति दर्ज करने में लापरवाही करते रहे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
खंड शिक्षा अधिकारी रेवाड़ी, राजेश कुमार ने कहा कि सभी स्कूल प्रमुखों को पोर्टल पर नियमित उपस्थिति दर्ज करनी होगी, अन्यथा आदेशों की अवहेलना पर विभाग उच्चाधिकारियों को कार्रवाई के लिए पत्र लिखेगा।

















