9 साल से जमीन के अभाव में लटका हुआ था स्टोरज का कार्य
Rewari News: हरियाणा के Rewari में अब जल्द ही पानी की किल्लत (Drinking water shortage) से छुटकारा मिलने वाला है। शहर से सटे गांव भगवानपुर की पंचायत ने जनस्वास्थ्य विभाग को 11 एकड़ जमीन देने का प्रस्ताव पास कर दिया है। अब इस जमीन में वाटर स्टोरेज टैंक बनाया जाएगा।
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2015 में हुई थी वाटर टैंक की घोषणा Rewari News
वर्ष 2015 में शहर को जलापूर्ति सही तरीके से करने के लिए अतिरिक्त वाटर टैंक निर्माण की घोषणा की गई थी। टैंक बनाने के लिए 50 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे, लेकिन जमीन न मिलने से यह योजना केवल कागजो मे चल रही थी।
20 बूस्टिंग स्टेशनों से होती है पानी सप्लाई
शहर में नहरी परियोजना पर आधारित पेयजल सप्लाई है। यहां नहर के पानी को कालाका व लिसाना में बने जलघरों में एकत्रित किया जाता है। इसके बाद वहां से धारूहेड़ा चुंगी और नगर परिषद में बने टैंक के माध्यम से शहर की कॉलोनियों में पानी सप्लाई छोड़ा जाता है। शहर में पानी के लिए 20 जगह बूस्टिंग स्टेशन बनाए हुए हैं।
गर्मीयो में रहती ज्यादा मारा मारी Drinking water shortage
रेवाड़ी के कालका गांव में 5 वाटर टैंक व लिसाना में 3 वाटर टैंक बनाए गए हैं। मौजूदा समय में इन्हीं 8 वाटर टैंक से रेवाड़ी शहर में पानी की सप्लाई हो रही है। रेवाड़ी में नहरी पानी की मात्रा करीब 770 क्यूसेक निर्धारित की गई है, लेकिन जिले को महज 510 क्यूसेक पानी ही मिल पाता है। वहीं, दूसरी ओर नहरी पानी रेवाड़ी में महज 15 दिन ही चल पाता है।
9 साल से अधर में लटकी थी पेयजल स्टोरेज की समस्या
जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव चांदवास में करीब 50 करोड़ रुपए की लागत से Drinking water shortage एक वाटर टैंक का निर्माण कराया जाना था, लेकिन पंचायत की ओर से जमीन ही चिह्नित नहीं गई। वहीं, पिछली पंचायत की ओर से प्रस्ताव दिया गया था, नई पंचायत बनने के बाद प्रक्रिया अधर में लटक गई।
गांव भगवानपुर में नया टैंक बनाने के लिए जमीन देखी गई है। पंचायत ने 11 एकड़ जमीन देने का प्रस्ताव भी पास कर दिया है। द स्वीकृति के लिए फाइल को चंडीगढ़ भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलते ही टैंक बनाने की प्रक्रिया सिरे चढ़ पाएगी।
विनय चौहान जनस्वास्थ्य विभाग XEN