Haryana news: रेवाडी में ओवरब्रिज के लिए बनाई बीम टूटी, अधिकारियो के छूटे पसीने
हरियाणा: भाड़ावास फाटक पर करीब 23 माह से ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। एचएसआरडीसी की ओर से फाटक के दोनों ओर पुल का निर्माण किया जा रहा है वहीं रेलवे की ओर से लाइनों के ऊपर पुल का हिस्सा बनाया जाएगा।
एचएसआरडीसी ने पुल के दोनों तरफ लगने वाले पिलर पर ऊपर टिकाने के लिए 100-100 फीट लंबाई की कई बीम बनाकर रखी हुई है। बीम अगर यूं रखे रखे ही टूट रही है तो ओवरब्रिज में लगने के बाद इनकी मजबूती की गारंटी कहां है। कहीं न कहीं गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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बीम जमीन पर पड़े-पड़े ही टूट गई: बनाए जा रहे ओवरब्रिज के मेटिरियल को लेकर एक बार फिर सवाल खडे हो गए है। बतो दे कि भाड़ावास फाटक पर बनाए जा रहे ओवरब्रिज के लिए तैयार की गई 100 फीट लंबी बीम जमीन पर पड़े-पड़े ही टूट गई। बीम के टूट जाने के बाद पुल के निर्माण कार्य में जुटी एजेंसी हरियाणा स्टेट रोड एवं ब्रिज डेवलपमेंट कारपोरेशन के अधिकारियों के पसीने छूट गए।
मरम्मत कार्य में जुटे: अधिकारी टूटी हुई बीम के ही मरम्मत कार्य में जुटे हुए हैं। बीम का टूटा हुआ हिस्सा छिपाने के लिए उसपर तिरपाल भी ढक दिया गया है। बीम का टूटना कहीं न कहीं भ्रष्टाचार की ओर ईशारा कर रहा है तथा माना जा रहा है कि इसमें सामग्री हल्की लगाई गई है।
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भाड़ावास फाटक पर करीब 23 माह से ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। एचएसआरडीसी की ओर से फाटक के दोनों ओर पुल का निर्माण किया जा रहा है वहीं रेलवे की ओर से लाइनों के ऊपर पुल का हिस्सा बनाया जाएगा। एचएसआरडीसी ने पुल के दोनों तरफ लगने वाले पिलर पर ऊपर टिकाने के लिए 100-100 फीट लंबाई की कई बीम बनाकर रखी हुई है।
इन्हीं में से एक बीम रखी-रखी ही टूट गई। इसका कारण बीम के नीचे की मिट्टी का दरकना बताया जा रहा है। जहां पर बीम रखी हुई है वहां पर सीवर का गंदा पानी भरा हुआ है। मौके पर मौजूद एचएसआरडीसी के कनिष्ठ अभियंता मोहित जैन की मानें तो जलभराव के कारण मिट्टी बैठ गई और बीम में अधिक वजन होने के कारण एक छोर इसका नीचे धंस गया जिसके कारण यह क्षतिग्रस्त हो गई है।
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ढका टूटा हुआ हिस्सा
बीम टूटने के तुरंत बाद ही एचएसआरडीसी के अधिकारियों ने टूटे हुए हिस्से के तिरपाल से ढंक दिया। दैनिक जागरण की टीम जब सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची तो अधिकारियों ने टूटे हुए हिस्से की फोटो खींचने से रोकने का भी प्रयास किया। ऐसा लग रहा था मानों अधिकारी अपनी लापरवाही को छिपाने का प्रयास कर रहे हों।
जानिए कितना बजन है बीम में।
मिली जानकारी के अनुसार 100 फीट लंबी बीम में करीब 80 टन वजन है। इतनी भारी भरकम बीम का भी यूं टूट जाना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। भाड़ावास रोड पर यातायात का दबाव काफी अधिक है। बीम अगर यूं रखे रखे ही टूट रही है तो ओवरब्रिज में लगने के बाद इनकी मजबूती की गारंटी कहां है। कहीं न कहीं गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।