Vaccination: रेवाडी में 72 स्थानो पर लगेगी आज कोविडरोधी डोज, जानिए कहां कहां है उपलब्ध

सार्वजनिक स्थलों पर एंट्री रोकने की सूचना से मची अफरा तफरी, टीकाकरण में उमडी भीड
रेवाडी: पिछले साल कोरोना काल में जान गंवाने के बावजूद लोगो में ओमीक्रान का भय नहीं है। बार बार डोज लगवाने की अपील के बावजूद लोग डोज को लेकर गंभीर नहीं है। अब दोबारा से केस बढने से राज्य के कई जिलों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केस मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। सरकार के निर्देश यदि 31 दिसंबर तक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन नहीं कराया तो नए साल से सार्वजनिक स्थलों पर एंट्री नहीं मिलेगी।

दबगंता: आठ साल से प्लाट के लिए दर दर की ठोकरे खा रहा है बुजुर्ग, वीडियो वायरल प्रशासन मौन

इस आदेश के पहले दिन ही जिले में बनाए गए टीकाकरण केंद्रों पर उम्मीद से ज्यादा 8421 टीके लगे। इनमें पहली डोज 1562 तथा 6859 ने दूसरी डोज लगवाई। जबकि सप्ताह पहले तक अचानक डोज लगवानों की संख्या बढ़ी थी, मगर फिर इसमें गिरावट आ गई। अब रोज 4-5 टीके लग रहे थे।

जिले में अब तक 691970 लोगों को पहली और 499333 लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। डीआईओ डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि कोविशिल्ड की दूसरी डोज 84 दिन तथा को-वैक्सीन की दूसरी डोज 28 दिन बाद लगवा सकते हैं। जिनकी दूसरी डोज ड्यू चल रही हैं, वे नजदीकी केंद्र पर पहुंचकर टीका लगवा सकता है। साथ ही लोगों को कोरोना गाइडलाइन की पालना भी करनी चाहिए। जिन लोगों के पास कोई पहचान पत्र नहीं है, वे भी टीका लगवाना चाहते हैं तो केंद्रों पर पहुंचे। उनको भी टीके लगाए जाएंगे।

Missing: रेवाडी आया दुकानदार गायब

72 केंद्रों पर होगा टीकाकरण:
विभागीय शेड्यूल अनुसार जिले में शुक्रवार को जीएच रेवाड़ी, एसडीएच कोसली, सीएचसी खोल, गांव बलवाड़ी, गांव सुंदरोज, सीएचसी गुरावड़ा, सीएचसी नाहड़, गांव भांकली, गांव कोहारड़, सीएचसी बावल, गांव सुठानी, गांव रणसी माजरी, गांव खेड़ा मुरार, गांव रायपुर, गांव झाबुआ, गर्ल्स स्कूल बावल, गांव खुर्रमपुर, गांव आनंदपुर, राजकीय स्कूल बुडानी, गांव कुंभावास, गांव ढोहकी, यूपीएचसी आकेड़ा, सेक्टर-4 हुडा डिस्पेंसरी रेवाड़ी, यूपीएचसी कुतुबपुर, सराय बलभद्र रेवाड़ी, भीम बस्ती रेवाड़ी, यूपीएचसी राजीव नगर, पीएचसी डहीना, पीएचसी जाटूसाना, गांव मुरलीपुर, गांव लाला, मस्तापुर, पीएचसी फतेहपुरी, पीएचसी गंगायचा अहीर, गांव चांदावास, गांव गोकलगढ़, पीएचसी धारूहेड़ा, गांव जीतपुरा, गांव ढाकिया, गांव फिदेड़ी, रसगण, बालियर कलां, सब सेंटर भाडावास, सब सेंटर बिठवाना, सब सेंटर रामपुरा, सब सेंटर शहबाजपुर खालसा, सब सेंटर खलीलपुरी, सब सेंटर जड़थल, सब सेंटर भूड़ला, पीएचसी कसौला, सब सेंटर टांकड़ी, सब सेंटर मोहनपुर, सब सेंटर राजगढ़, सब सेंटर बेरवाल, सब सेंटर भड़ंगी, सब सेंटर खंडोड़ा, पीएचसी बासदूदा, सब सेंटर सीहा, जैनाबाद, लुहाना, सब सेंटर बुड़ौली, सब सेंटर प्राणपुरा, पीएचसी बोहतवास अहीर, पीएचसी गुडियानी व पीएचसी बव्वा सहित अन्य कई केंद्रों पर बिना अग्रिम बुकिंग के पहली और दूसरी डोज लगवा सकते हैं।
हर कैटेगरी में 90% को लगी सिंगल डोज

जिले में हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 से ज्यादा आयु वर्ग के लोगों की सिंगल डोज 100% हो गई। यानी पहली डोज लग चुकी है, जबकि कुछ लोगों को दूसरी डोज लगनी बाकी है। जबकि 18 से 44 और 45 से 59 आयु वर्ग में भी पहली डोज का आंकड़ा 90 फीसदी को पार कर गया है।

बदमाशों के हौसले बुलंद: सरेआम हथियारों से लैस बदमाशो ने किया हमला

1 जनवरी से सब्जी मंडी, रेस्टोरेंट व मॉल में जाने पर भी लग जाएगी रोक

डीसी यशेंद्र सिंह का कहना है कि जिला प्रशासन कोविड-19 के नए वैरिएंट को लेकर सतर्क है। नए वैरिएंट का फैलाव नहीं हो, इसके लिए हर स्तर पर सुरक्षात्मक कदम उठाने में प्रशासन भी सक्रिय भूमिका अदा कर रहा है। प्रशासन द्वारा लोगों से एहतियात बरतने के निर्देश के साथ ही वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने की अपील भी की जा रही है।

सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं से भी आह्वान किया कि वे अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से दूसरी डोज लेने वाले लोगों को प्रोत्साहित करते हुए वैक्सीनेशन प्रक्रिया में भागीदार बनें। सरकार के निर्देशानुसार एक जनवरी के बाद सब्जी मंडी, बार, रेस्टोरेंट, होटल, अनाज मंडी, डिपार्टमेंटल स्टोर, शराब बिक्री केंद्रों, मॉल, शापिंग कांप्लेक्स, सिनेमा हॉल, शहर के बाजारों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर प्रवेश हेतु वैक्सीनेशन की दोनों डोज लेनी जरूरी है। ऐसे में जिन्होंने टीके नहीं लगवाएं, वे केंद्रों पर पहुंचकर टीकाकरण कराएं।

बाजार में आएगी टीम:जिले में फिलहाल टीकाकरण केंद्रों पर ही टीके लगाए जा रहे हैं। अब ओमिक्रॉन के फैलाव को रोकने के लिए सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड और बाजार में भी टीके लगाने की तैयारी है। इसके लिए डीसी ने सिविल सर्जन को भी निर्देश दिए कि वे वैक्सीनेशन के लिए टीम नियुक्त करें, ताकि जरूरत पर वैक्सीनेशन किया जा सके।