Haryana News: राजस्थान के सीकर जिले में स्थित बाबा खाटू श्याम मंदिर देशभर में आस्था का केंद्र माना जाता है। यहां रोजाना हजारों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए पहुंचते हैं, जबकि दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और उत्तर भारत के कई हिस्सों से बड़ी संख्या में भक्त विशेष अवसरों पर आते हैं। इस बार बाबा खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव 1 नवंबर को मनाया जाएगा, जिसके चलते मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में श्रद्धालुओं का तांता लगने की संभावना है। भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने दिल्ली से खाटू श्याम धाम तक विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा की है।
रेलवे ने बताया कि स्पेशल ट्रेन नंबर 04472 को शकूर बस्ती स्टेशन से रात 9:45 बजे रवाना किया जाएगा। यह ट्रेन अगले दिन सुबह 3:10 बजे रींगस रेलवे स्टेशन पहुंचेगी, जो कि बाबा खाटू श्याम मंदिर से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। श्रद्धालु यहां से आसानी से सड़क मार्ग द्वारा मंदिर तक पहुंच सकते हैं। यह ट्रेन दिल्ली और हरियाणा से आने वाले भक्तों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है, क्योंकि जन्मोत्सव के दौरान सामान्य ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ होती है।
वापसी यात्रा के लिए भी की गई व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे ने वापसी यात्रा की भी पूरी व्यवस्था की है। स्पेशल ट्रेन नंबर 04471 रींगस स्टेशन से 1 नवंबर की सुबह 4:30 बजे रवाना होगी और सुबह 10 बजे शकूर बस्ती पहुंचेगी। इस यात्रा के दौरान ट्रेन कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी जिनमें — पटेल नगर, दिल्ली कैंट, बिस्वासन, गुरुग्राम, गढ़ी हरसरू, पटौदी रोड, रेवाड़ी, कुंड, अटेली, नारनौल, डाबला, नीम का थाना, कानवट और श्रीमाधोपुर शामिल हैं। रेलवे ने बताया कि इस ट्रेन में सामान्य, स्लीपर और एसी डिब्बों की व्यवस्था की गई है ताकि सभी वर्गों के यात्री आरामदायक यात्रा कर सकें।
बाबा श्याम के दरबार में उमड़ेगा भक्तों का सैलाब
हर साल की तरह इस वर्ष भी बाबा खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। पूरे मंदिर परिसर में सुरक्षा, पेयजल, भोजन प्रसाद और चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था की गई है। पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि भीड़भाड़ के बीच किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। माना जाता है कि सच्चे मन से बाबा श्याम के दरबार में आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जन्मोत्सव के अवसर पर बाबा का दरबार फूलों से सजाया जाएगा और अखंड कीर्तन के साथ भव्य भंडारा आयोजित किया जाएगा।

















