Atali Npa News: अटेली नपा प्रधान की कुर्सी पर मंडराया खतरा: 4 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की उठाई मांग

अटेली : सुनील चौहान। अटेली नपा में पाषदों के बीच चल रही खीत तान पर गहराती जा रही है।
जतिन अग्रवाल को नगर पालिका प्रधान की कुर्सी तक पहुंचाने वाले अब उनके ही खिलाफ मोर्चा खोल कर मैदान में आ गए हैं। उनके साथ रहने वाले चार पार्षदों ने बुधवार देर शाम डीसी को शपथ पत्र सौंपकर प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है।

11 में से 5 को उनकी पार्षद के पद से सरकार पहले ही पदमुक्त करने का फैसला कर चुकी है, ऐसे में बच्चे 6 पार्षदों में से 4 के अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग करना प्रधान की कुर्सी पर मंडराते खतरे और उनकी रवानगी के पुख्ता संकेत दे रहा है।

दिए गए ज्ञापन में इन पार्षदों ने नगर पालिका अटेली में पिछले कई महीनों से विकास कार्य नहीं होने से अपनी नाराजगी जताते हुए प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग की है। इसके लिए नगरपालिका उपप्रधान समेत इन चार पार्षदों ने उपायुक्त को शपथ पत्र सौंपा है।

उपायुक्त ने पार्षदों को आश्वासन दिया कि म्यूनिसिपल एक्ट के तहत अब आगे की कार्रवाई को अमल में लाई जाएगी। उपायुक्त को सौंपे पत्र में बताया कि प्रधान जतिन कुमार अग्रवाल पिछले कई महीनों से कोई विकास कार्य नहीं करवा पा रहे हैं और न ही वह पार्षदों का सहयोग कर रहे हैं। प्रधान मनमर्जी से तथा कानून की अवहेलना करके नपा के फंड का दुरूपयोग कर रहा है।

बता दें कि नगर पालिका अटेली में कुल 11 पार्षद चुने गये थे। जिसमें से 5 पार्षदों को सरकार ने पदमुक्त किया हुआ है और अब कुल चुने हुए पार्षदों की संख्या 6 हैं। 4 पार्षद प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं।

चारों पार्षदों ने उपायुक्त से मांग की प्रधान जतिन कुमार अग्रवाल के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित किया जाए तथा नगर पालिका अटेली के सचिव व प्रधान को हिदायत दी जाए कि वो अविश्वास प्रस्ताव पारित किये जाने की बैठक तक कोई बैठक आयोजित ना करे और ना ही नीतिगत फैसले लें तथा नपा के फंड का दुरुपयोग ना करें।

उपायुक्त को ज्ञापन देने वालों में वार्ड नंबर एक से विकास यादव, वार्ड नंबर दो से अशोक कुमार, वार्ड नंबर पांच से उपप्रधान स्नेहलता देवी, वार्ड नंबर 11 से प्रमिला देवी शामिल हैं। यहां यह बात भी गौर करने लायक है कि अटेली नगर पालिका के चुनाव के दो साल, एक माह और सात दिन बाद नपा प्रधान मिला था।

ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि बैठकों में पार्षदों का कोरम पूरा नहीं हो पा रहा था। बाद में पांच पार्षदों को अनेक बैठकों में अनुपस्थित रहने पर सरकार ने पद मुक्त कर दिया था। इसके बाद सांसद, विधायक के मत से जतिन अग्रवाल प्रधान बने थे।

दूसरी ओर पालिका अध्यक्ष जतिन अग्रवाल का कहना था कि चार पार्षदों द्वारा डीसी को उनकी प्रधानता पर अविश्वास जताते हुए के शपथ पत्र सौंपे हैं, यह बात उनकी जानकारी में है। इस मामले में उपायुक्त जो भी कार्रवाई करेंगे, वह उसे खुले मन से स्वीकार होगी। पार्षदों को अपनी मर्जी का प्रधान चुनने का हक है। वैसे अटेली में विकास न होने के जो आरोप लगाए गए हैं, वे सरासर गलत है।