पाकिस्तान: इंडिया से फैस बुक पर प्यार करने वाले पाकिस्तान पहुंची राजस्थान की अंजू का निकाय मजबूरी या प्यार. न्यूज चैनल पर आज अंजू का निकाय सुर्खियो पर है। हिंदुस्तान ने लोग अंजू को ताने मान रहे है। इतना ही नहीं अंजू की बातों पर सवाल उठ रहे हैं कि जब कुछ दिनों पहले तक अंजू ये कह रही थीं कि वह शादी के लिए इस्लाम कुबूल नहीं करेंगी, तो ऐसा क्या हुआ कि उन्हें अपने प्रेमी से शादी करने के लिए इस्लाम कुबूल करना पड़ा।
अंजू का निकाह… सच या अफवाह ?
मंगलवार (25 जुलाई) को दोनों की शादी का वीडियो भी सामने आया है। लेकिन नसरुल्लाह (Nasrulla) ने कहा कि उन्होंने अभी शादी नहीं कि है। केवल प्री वीडिंग वीडियो शूट करवाया गया था। वे सुरक्षा के लिए कोर्ट गए थे। अंजू 20 अगस्त को वापिस इंडिया आ रही है।
अपर दीर जिले के मोहर्रर सिटी थाने के वरिष्ठ अधिकारी मुहम्मद वहाब ने बताया, ‘‘नसरुल्ला और अंजू की शादी आज संपन्न हुई और उसके इस्लाम अपनाने के बाद विधिवत निकाह हुआ.’’ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों नसरुल्ला के परिवार के सदस्यों, पुलिस कर्मियों और वकीलों की मौजूदगी में अपर दीर की अदालत में पेश हुए।Rewari: 12वीं कक्षा के छात्र ने सहपाठी के पेट में घोंपा चाकू,, हालत गंभीर
प्यार या दबाव: पाकिस्तान का आज का इतिहास रहा है कि वे शादी को जब तक मान्यता नहीं देते जब तक कि लड़का या लड़की, जो गैर मजहब से हो इस्लाम ना कुबूल कर ले। बस यही मजूबरी मानी जा रही है कि अंजू ने इस्लाम कबूल कर लिया है।
अंजू से बनी फातिमा: जैसे ही अंजू से इस्लाम धर्म को कबूल किया है वह अब फातिमा के नाम से जानी जाने लगी है। इनता ही नहीं उसने अपने निकाय में भी फातिमा का नाम ही दिखाया है।
जानिए अब कितने लोग कर चुके है इस्लाम
साल 2020 में पाकिस्तान की एक एक्टिविस्ट ने क्लेम किया था कि वहां के सिंध प्रांत में एक दिन में ही 171 लोगों को इस्लाम कुबूल कराया गयां इसमें हिंदू महिलाएं, बच्चियां और मर्द शामिल थेंRewari: Dharuhera से मां बेटी लापता
वहीं हाल में प्रकाशित रिर्पोट के अनुसार मई 2023 में पाकिस्तान में एक साथ 52 लोगों ने हिंदू धर्म को छोड़कर इस्लाम कुबूल कर लियां महिलाओं की बात करें तो इसमें 23 महिलाएं थीं।
पाकिस्तान में कट्टरपंथी सोच है। वे शादी को जब जब तक मान्यता नहीं देते जब तक कि लड़का या लड़की, जो गैर मजहब से हो इस्लाम ना कुबूल कर ले।Rewari: 12वीं कक्षा के छात्र ने सहपाठी के पेट में घोंपा चाकू,, हालत गंभीर
खासतौर से महिलाओं और लड़कियों के मामले में ये रिपोर्ट और भी खराब है। लडकियों का जबरन धर्मांतरण करा कर उन्हें किसी अधेड़ उम्र के मुस्लिम युवक से शादी के लिए विवश किया जाता है।