ALWAR CRIME, BEST24NEWS : पांच साल पहले अलवर के शिवाजी पार्क हत्याकांड में न्यायाधीश वेणु श्रीवास्तव ने महिला व उसके प्रेमी को उम्र कैद की सजा सुनाई है। महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिल कर पति, तीन बेटों व एक भतीजे की गला काट कर हत्या कर दी थी। पांच साल सुनाए फैसले को लेकर पूरे राजस्थान मे चर्चा जोरो पर है।धूम मचाने आ रहा है HONDA का Electric Scooter, जानिए क्या होगी कीमत?
संतोष शर्मा बच्चों को ताइक्वांडो की कोचिंग देती थी। संतोष के हनुमान प्रसाद नामक युवक के साथ अनैतिक संबंध थे। संतोष शर्मा उर्फ संध्या को लग्जरी लाइफ और घूमना-फिरना पसंद था।
अलवर के शिवाजी पार्क के रहने वाले बनवारी लाल शर्मा की शादी वर्ष 1999 में कठूमर के गांव गारू की रहने वाली ताइक्वांडो कोच संतोष शर्मा उर्फ संध्या से हुई थी। दोनों के तीन बेटे थे। बनवारी लाल अलवर के एमआइए स्थित एक फैक्ट्री में आपरेटर का काम करते थे।
बेटे को पता चला तो खेला खेल: बनवारी लाल और बड़े बेटे मोहित को संतोष व हनुमान के अफेयर के बारे में पता लग गया था, जिसके बाद उसका बाहर जाना कम हो गया था।
आंखों के सामने कराई हत्या
हत्या में दोषी संतोष व हनुमान को बनवारी लाल व बेटा मोहित अपने संबंधों के बीच रोड़ा लगने लगे थे। दोनों ने बनवारी व मोहित की हत्या करने की साजिश रची। साजिश के तहत दो अक्टूबर 2017 की रात संतोष ने रायते में नींद की गोलियां मिला दी थी।
रात को हनुमान अपने दो साथियों के साथ घर पर पहुंचा तो संतोष ने दरवाजा खोल दिया था। हनुमान व उसके दो साथियों ने छुरे से सबसे पहले बनवारी लाल का गला रेत दिया था।
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इसके बाद संतोष के बड़े बेटे मोहित, 15 वर्षीय हैप्पी, 12 वर्षीय अज्जू व दस वर्षीय भतीजे निक्की की भी हत्यारों ने गला रेत कर हत्या कर दी थी। अगले दिन सुबह हत्याकांड का पता लगा तो पूरा अलवर हिल गया था।
उम्रकैद की सजा
पुलिस ने हत्या के आरोप में संतोष शर्मा, प्रेमी हनुमान व दो अन्य को गिरफ्तार किया था। हत्याकांड में शामिल दो अन्य आरोपित जांच में नाबालिग पाए गए थे। सुनवाई के बाद अपर जिला और सेशन कोर्ट-दो के न्यायाधीश वेणु श्रीवास्तव की अदालत ने संतोष व हनुमान को पांचों की हत्या का दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है।