हरियाणा में इस बार सरसों की बिजाई में भले ही अभी अभी देरी है लेकिन किसानों में डीएपी को लेकर मारामारी मची है। एक बार फिर डीएपी कालाबाजारी शुरू हो गई हैं इसी के चलते सुबह सुबह ही किसान वितरण शुरू होने से पहले ही खरीद केंद्रों पर पहुंच जाते हैं।DAP
अगर रेवाड़ी की बात करें तो यहां पर बुरा हाल है। खाद करीब 10 बजे ही बांटना प्रारंभ किया जाता है तथा किसानों को आधार कार्ड के आधार पर ही खाद के बैग दिए गए। लेकिन रेवाड़ी की नई अनाज मंडी में किसान सुबह 8 बजे ही कार्यालय के बाहर पहुंच गए।DAP
हर साल खाद की किल्लत रहती हैं एसे मे किसानों में चिंता थी कि कहीं खाद खत्म न हो जाए। किसानों ने मंडी में पहुंचकर लाइन में लगना शुरू कर दिया।DAP
उसके बाद कर्मियों की ओर से टोकन काटे गए। उस टोकन पर नंबर लिखे थे। खाद करीब 10 बजे ही बांटना प्रारंभ किया। किसानों को आधार कार्ड के आधार पर ही खाद के बैग दिए गए।DAP
सीएम बोले: हर किसान को देंगे डीएपी : वहीं, खाद की कमी के सवाल पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में डीएपी खाद की कमी नहीं है। जितनी डीएपी खाद की खपत पिछले वर्ष हरियाणा में हुई थी, उतनी खाद पहुंच चुकी है। अगर फिर भी कमी रहती है तो और भी खाद मंगाई जाएगी।
हर किसान को डीएपी खाद दी जाएगी। पराली में आग लगाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि किसान भाई फसल अवशेष में आग लगाकर अपने साथ-साथ अपने आसपास वातावरण को भी खराब कर रहे हैं। आग लगाना विकल्प नहीं है, जो योजनाएं सरकार की ओर से किसानों के लिए बनाई गई है, उनका फायदा उठाएं।

















